Prisoner Cracked IIT (JAM) Exam बिहार, Prisoner Cracked IIT (JAM) Exam किसी ने क्या खूब कहा है कि यदि मनुष्य चाहे तो विषम से विषम परिस्थितियों में भी कुछ कर गुजर सकता है। चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो अगर लगन सच्ची है तो सफलता जरूर मिलती है. इसी बात को सच साबित कर दिखाया है […]
बिहार, Prisoner Cracked IIT (JAM) Exam किसी ने क्या खूब कहा है कि यदि मनुष्य चाहे तो विषम से विषम परिस्थितियों में भी कुछ कर गुजर सकता है। चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो अगर लगन सच्ची है तो सफलता जरूर मिलती है. इसी बात को सच साबित कर दिखाया है बिहार के नवादा जेल में बंद एक कैदी ने. इस कैदी ने उन सभी लोगों को एक संदेश दिया है जो मेहनत के बजाय भाग्य को कोशते है या अपनी परिस्थितियों को अपनी असफलता का कारण बताते है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जेल में बंद इस कैदी ने IIT की परीक्षा पास की है और वो भी अच्छे रैंक से.
दरअसल, मर्डर केस में जेल में बंद सूरज कुमार उर्फ कौशलेन्द्र ने IIT जैम 2022 में सफलता हासिल की है. उन्होंने इस परीक्षा में ऑल इंडिया लेवल पर 54वां रैंक हासिल किया है। IIT जैम की परीक्षा IIT रुड़की द्वारा आयोजित की गई थी। सूरज कुमार उर्फ कौशलेंद्र करीब 11 महीनों से जेल में बंद हैं. वह बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव के रहने वाले हैं. उन्हें पिछले साल 19 अप्रैल को गांव में हुई एक मारपीट की घटना के बाद विचाराधीन कैदी के तौर पर जेल में बंद किया गया है। गावँ में हुई मारपीट में एक 45 वर्षीय व्यक्ति संजय यादव की मौत हो गई थी, जिसपर उनके पिता ने 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के आधार पर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था
जेल में बंद होकर IIT की परीक्षा पास करने वाले कौशलेंद्र का कहना है कि उनका सपना वैज्ञानिक बनने का है. इसी वजह से उन्होंने जेल में बंद होकर भी परीक्षा के लिए जी-तोड़,दिन-रात मेहनत की और ये मुकाम हासिल किया। जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने भी युवक की पढ़ाई में खूब सहायता की और उसे किताबे मुहैया कराई। परीक्षा का परिणाम आने के बाद कौशलेंद्र के घर वाले भी अपने बेटे पर गर्व महसूस कर रहे हैं और वे बेहद खुश है। कौशलेंद्र
ने अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे और अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है.
बता दें कौशलेंद्र ने IIT की परीक्षा पिछले साल भी पास की थी,तब उन्हें ऑल इंडिया 34वीं रैंक मिला था. लेकिन हत्या के मामले में जेल में बंद होने की वजह से वे एडमिशन नहीं ले पाए. इस बार फिर उन्होंने जेल में रहते हुए यह कारनामा कर दिखलाया है.