नई दिल्ली:, और अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद प्रधान मंत्री अपने ग्यारह दिवसीय अनुष्ठान का सख्ती से पालन करते हैं. दरअसल इस दौरान वो सिर्फ फल खाते हैं और नारियल पानी पीते हैं. बता दें कि केरल दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी जब आराम करने के लिए गेस्ट हाउस पहुंचे तो रात में फर्श पर […]
नई दिल्ली:, और अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद प्रधान मंत्री अपने ग्यारह दिवसीय अनुष्ठान का सख्ती से पालन करते हैं. दरअसल इस दौरान वो सिर्फ फल खाते हैं और नारियल पानी पीते हैं. बता दें कि केरल दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी जब आराम करने के लिए गेस्ट हाउस पहुंचे तो रात में फर्श पर सोए और फल खाए. हालांकि वहां मौजूद स्टाफ ने प्रधानमंत्री से मिलने की पूरी तैयारी की, लेकिन पीएम मोदी ने कोई लाभ का फायदा नहीं उठाया.
11 दिवसीय अनुष्ठान कार्यक्रम का उद्घाटन करने से पहले, प्रधान मंत्री मोदी ने एक ऑडियो बयान में घोषणा की कि वो इसे पूरी तरह से औपचारिक तरीके से आयोजित करना चाहते थे, और बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने समारोह के सभी नियमों की जानकारी मांगी है. इसके बाद से उन्होंने अपनी दिनचर्या बदल दी है. वो अपने शरीर को शुद्ध करने के लिए तरह-तरह के विधि-विधान कर रहे हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने तीन राज्यों में अपनी तूफानी यात्रा जारी रखी है, और वो इस समय तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक के दौरे पर हैं. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी 20-21 जनवरी तक तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे, इसी दौरान 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश भर के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे. 20 जनवरी को पीएम मोदी सुबह 11 बजे तमिलनाडु के त्रिचुरापल्ली में श्रीरंगानाथस्वामी मंदिर जाएंगे. साथ ही पीएम मोदी यहां कम्ब रामायण की कविताओं का भी पाठ करने वाले है.
बता दें कि पीएम मोदी 21 जनवरी को धनुषकोडि स्थित कोथंदरामास्वामी मंदिर में दर्शन और अर्चना पूजा करेंगे, फिर राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन पीएम मोदी सरयू के जल से स्नान करने वाले है. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी इस प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान हैं, इसलिए वो हर विधि-विधान का पालन कर रहे हैं,जो इस अनुष्ठान के लिए बहुत जरूरी है.
राम आएंगे तो आंगन सजाऊंगी: आज सीएम आवास पर स्वाति मिश्रा की एक शाम रामजी के नाम होगी भजन संध्या