नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार को ‘‘प्राकृतिक खेती सम्मेलन’’ (Natural Farming Convention) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा दिए गए एक बयान में कहा गया है कि यह सम्मेलन गुजरात (Gujarat) के सूरत (Surat) में आयोजित किया जा रहा है और इस कार्यक्रम में हजारों किसान […]
नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार को ‘‘प्राकृतिक खेती सम्मेलन’’ (Natural Farming Convention) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा दिए गए एक बयान में कहा गया है कि यह सम्मेलन गुजरात (Gujarat) के सूरत (Surat) में आयोजित किया जा रहा है और इस कार्यक्रम में हजारों किसान और सभी अन्य हितधारक भाग लेने वाले हैं। जो लोग सूरत में प्राकृतिक खेती को अपनाने में कामयाबी हासिल कर ली है।
पीएमओ द्वारा दिए गए बयान में आगे कहा गया है कि मोदी द्वारा मार्च में गुजरात के एक पंचायत सभा को संबोधित करते समय हर गांव में कम से कम 75 किसानों से प्राकृतिक खेती को अपनाने का आह्वान किया था। सूरत जिले ने भिन्न-भिन्न हितधारकों और संस्थानों, जैसे कि किसान समूह, फसल उपज विपणन समितियों, निर्वाचित प्रतिनिधियों, सहकारिताओं और बैंकों को किसानों की मदद करने के लिए जागरूक एवं प्रोत्साहित करने के लिए समन्वित प्रयास किए।
PMO ने कहा कि इसके परिणाम के अनुरूप हर ग्राम पंचायत में कम से कम 75 किसानों की पहचान की गयी है और उन्हें प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित व प्रशिक्षित किया गया। बता दें कि इस प्रोग्राम के तहत चुने गए किसानों को 90 अलग-अलग समूहों में प्रशिक्षित किया गया है और इसके परिणामस्वरूप अब तक सूरत जिले के 41,000 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देते रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही मोदी की रूची पर्यावरण के प्रति बहुत ही संवेदनशील रही है। वो समय-समय पर दिए गए अपने भाषणों में देशवासियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का प्रयास करते रहे हैं। PM मोदी द्वारा पहले भी ऐसे कई सारे मिशन चलाए जा चुके हैं जिसके तहत पर्यावरण को कोई नुकसान न हो। इन मिशन में नमामि गंगे और स्वच्छ भारत अभियान प्रमुख रूप से रहे हैं।