नई दिल्ली। देश में जुलाई में सबसे बड़े पद यानी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे है. इस पद के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. बुधवार को शुरू हुई इस प्रक्रिया के पहले दिन राष्ट्रपद के लिए 11 लोगों ने नामांकन भर कर अपनी उम्मीदवारी पेश की. चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति […]
नई दिल्ली। देश में जुलाई में सबसे बड़े पद यानी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे है. इस पद के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. बुधवार को शुरू हुई इस प्रक्रिया के पहले दिन राष्ट्रपद के लिए 11 लोगों ने नामांकन भर कर अपनी उम्मीदवारी पेश की. चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 29 जून तक रखी है. राष्ट्रपति चुनाव के बीच विपक्ष की हलचल बढ़ गई. विपक्षी पार्टियों ने बुधवार को बैठक की, जिसमें उम्मीदवार के नाम पर मंथन हुआ. उधर, सत्तारुढ़ बीजेपी की ओर से राजनाथ सिंह उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के लिए विपक्ष के साथ बातचीत कर रहे हैं.
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी के प्रमुख नवीन पटनायक से भी बातचीत की है. राजनाथ सिंह ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से भी बात की. जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा और अन्य राजनीतिक दलों के नेता से भी बातचीत करेंगे.
बता दें कि दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में बीते बुधवार को शरद पवार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. इस बैठक में विपक्षी दलों की तरफ से शरद पवार का नाम आगे बढ़ाने पर सहमति दी गई. हालांकि, शरद पवार साफ कर चुके हैं कि वो उम्मीदवार नहीं होंगे.
जानकारी के मुताबिक, ममता ने बैठक में दो नाम सुझाए इनमें पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी और दूसरा नाम फारूक अब्दुल्ला का है. हालांकि, उमर अब्दुल्ला ने उनके नाम का विरोध किया. उमर ने कहा कि इसमें उनके नाम की चर्चा नहीं करनी चाहिए. बता दें कि प्रत्याशी को अंतिम रूप देने के लिए विपक्षी नेता 21 जून को फिर से बैठक करेंगे.
विपक्ष की बैठक में ये तय हुआ है कि वह चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा. विपक्ष सत्ता में बैठी बीजेपी के उम्मीदवार के सामने अपना एक मजबूत उम्मीदवार उतारने पर सहमत हुआ है. विपक्ष की ओर से बैठक के बाद एक बयान में कहा गया, आगामी राष्ट्रपति चुनाव में जो भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर हो रहा है, हमने एक ऐसे आम उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला किया है, जो वास्तव में संविधान के संरक्षक के रूप में काम कर सके और मोदी सरकार को भारतीय लोकतंत्र और भारत के सामाजिक ताने-बाने को और नुकसान पहुंचाने से रोक सके.
कुछ प्रमुख हस्तियां हैं जिनके चुनाव लड़ने और देश के अगले राष्ट्रपति बनने के लिए चुने जाने की सबसे अधिक संभावना है.
– आरिफ मोहम्मद खान
– तमिलसाई सुंदरराजन
– मुख्तार अब्बास नकवी
-सुमित्रा महाजन
– द्रौपदी मुर्मू
– अनुसुइया उइके
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