नई दिल्ली, शरद पवार और फारुख अब्दुल्ला के बाद अब गोपाल कृष्ण गांधी भी राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे. महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के तीसरे चेहरे के रूप में देखा जा रहा था. अब उन्होंने भी राष्ट्रपति पद पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. बता […]
नई दिल्ली, शरद पवार और फारुख अब्दुल्ला के बाद अब गोपाल कृष्ण गांधी भी राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे. महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के तीसरे चेहरे के रूप में देखा जा रहा था. अब उन्होंने भी राष्ट्रपति पद पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. बता दें, इससे पहले एनसीपी नेता शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारुक अब्दुल्ला ने भी चुनाव लड़ने से इनकार किया था.
महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने अब राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का चेहरा बनने से इनकार कर दिया है. राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के दो नेताओं ने पहले ही मैदान में उतरने पर अनिच्छा जाहिर कर दी थी. अब गोपाल कृष्ण गांधी ने भी सोमवार को राष्ट्रपति पद के लिए उनका नाम सुझाने पर धन्यवाद देते हुए चुनाव लड़ने की कोई इच्छा न होने की बात कही है. गोपाल कृष्ण का कहना है, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए विपक्ष को राष्ट्रीय आम सहमति लेनी चाहिए.
उनका मनना है कि कई और भी चेहरे होंगे जो उनसे बेहतर काम कर सकते हैं. बता दें, इस समय देश में राष्ट्रपति पद को लेकर विपक्ष में बड़ी उथल पुथल है. जहां विपक्ष की ओर से कौन देश के प्रथम नागरिक के पद का दावेदार होगा यह तय होना मुश्किल हो गया है. इससे पहले एनसीपी नेता शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने भी अपनी अनिच्छा जाहिर की थी.
गौरतलब है कि विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला किया है. हालांकि ये उम्मीदवार कौन होगा, इसे पर विचार मंथन का दौर जारी है. एनसीपी नेता शरद पवार चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं. नेशनल कॉफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने भी जम्मू कश्मीर के हालात का हवाला देते हुए अपना नाम वापस ले लिया है. अब विपक्ष पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी का नाम की चर्चा में लगी हुई है. और अब विपक्ष की तीसरी उम्मीद भी ख़त्म हो चुकी है.
यह भी पढ़ें :