अंकाराः Jamal Khashoggi Killing: बीते 2 अक्टूबर से लापता चल रहे अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार और लेखक जमाल खशोगी की हत्या हो चुकी है. इस्तांबुल स्थित सऊदी राजदूत के घर के बगीचे से खशोगी के शव के टुकड़े बरामद कर लिए गए हैं. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोगन ने दावा किया कि यह एक राजनीतिक हत्या है. खशोगी की हत्या की साजिश 28 सितंबर को ही रची जा चुकी थी. सऊदी अरब से 15 लोगों की एक टीम उनकी हत्या करने के लिए यहां आई थी और खशोगी का बेरहमी से कत्ल करने के बाद वापस लौट गई.
तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने दावा किया कि खशोगी की हत्या को अंजाम देने के लिए सऊदी अरब से 15 सदस्यों की एक टीम 2 अक्टूबर को इस्तांबुल आई थी. यहां से वह सीधे सऊदी दूतावास गए. एर्दोगन ने कहा, ‘मैंने 14 अक्टूबर को सऊदी के किंग सलमान से मामले में जांच के लिए एक जॉइंट टीम बनाने के लिए कहा था. टीम के लोग दूतावास के अंदर जाकर जांच कर सकते थे. 17 दिन बाद सऊदी अरब ने स्वीकार किया कि सऊदी दूतावास में ही पत्रकार और लेखक जमाल खशोगी की हत्या हो गई थी. हमने पहले ही हत्या में शामिल सऊदी से इस्तांबुल से आए 18 लोगों का खुलासा किया था. अब उन लोगों को सऊदी अरब में गिरफ्तार कर लिया गया है. सबूतों से पता चलता है कि खशोगी की काफी बेरहमी से हत्या की गई.’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खशोगी को मारने सऊदी से आई टीम ने दूतावास में लगे सभी सिक्योरिटी कैमरों की हार्ड डिस्क निकाल दी थी. उसी दिन खशोगी को काउंसलेट बुलाया गया था. वहां अंदर जाने के बाद से खशोगी का कुछ पता नहीं चला. बताया गया कि खशोगी की दूतावास में ही बेरहमी से हत्या कर दी गई. पहले उनकी उंगलियां काटी गईं और फिर उनके होश में रहते हुए उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए. दूतावास के अधिकारी खशोगी के बारे में जानकारी होने से इनकार करते रहे. खशोगी की मंगेतर हत्या वाली रात 1 बजे तक दूतावास के बाहर थीं. उन्होंने कई बार दूतावास के अधिकारियों से खशोगी के बारे में पूछा लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
कैसे हुई पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या?
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के सऊदी अरब में पत्रकार और लेखक जमाल खशोगी 28 सितंबर को इस्तांबुल पहुंचे थे. वह अपनी मंगेतर से जल्द शादी करने वाले थे. इसी से जुड़े दस्तावेजों के सिलसिले में उन्हें 2 अक्टूबर को सऊदी अरब के दूतावास बुलाया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, दूतावास में घुसते ही दो मिनट के अंदर उन पर हमला कर दिया गया और 7 मिनट के अंदर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. घटना के 22 मिनट के भीतर उनके शरीर को कई छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया गया था. साजिश के तहत अंजाम दी गई इस घटना में भ्रम पैदा करने के लिए खशोगी के बॉडी डबल का भी इस्तेमाल किया गया था. इससे जुड़ा एक वीडियो इस बात का सबूत है.
सऊदी अरब ने माना था कि दुर्घटनावश हुई जमाल खशोगी की हत्या
सऊदी अरब पहले इस मामले में जानकारी होने से इनकार करता रहा. सभी देशों से दबाव के बाद सऊदी प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा कि पत्रकार जमाल खशोगी की मृत्यु दुर्घटनावश हो गई. बताते चलें कि जमाल खशोगी अपने लेखों में सऊदी के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान की आलोचना करते थे. उनकी रिपोर्ट्स की वजह से ही उनकी हत्या की गई है. मंगलवार को स्काई न्यूज की खबर के अनुसार, खशोगी के शव के टुकड़े तुर्की में सऊदी अरब के दूतावास से 500 मीटर की दूरी पर स्थित महावाणिज्यदूत के घर के बगीचे से मिले हैं. अब जब खशोगी के शव के टुकड़े राजदूत के घर से बरामद हुए हैं तो जाहिर सी बात है कि सऊदी अरब के खिलाफ कई देश मुहिम छेड़ सकते हैं.
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