IIT खड़गपुर के दीक्षांत समारोह में बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू, वर्ल्ड टॉप-50 में भारत का कोई संस्थान नहीं, इस पर विचार की जरूरत

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित आईआईटी के 69वें दीक्षांत समारोह में भारतीय शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे पुरानी ज्ञान परंपरा वाला इतना विशाल देश है, लेकिन यहां का एक भी शिक्षण संस्थान विश्व के शीर्ष 50 संस्थानों […]

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IIT खड़गपुर के दीक्षांत समारोह में बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू, वर्ल्ड टॉप-50 में भारत का कोई संस्थान नहीं, इस पर विचार की जरूरत

Vaibhav Mishra

  • December 20, 2023 9:12 am Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित आईआईटी के 69वें दीक्षांत समारोह में भारतीय शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे पुरानी ज्ञान परंपरा वाला इतना विशाल देश है, लेकिन यहां का एक भी शिक्षण संस्थान विश्व के शीर्ष 50 संस्थानों में शामिल नहीं है. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि इस पर विचार करने की जरूरत है.

अच्छी शिक्षा की आवश्यकता पर बल

आईआईटी खड़गपुर के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रैंकिंग से ज्यादा अच्छी शिक्षा पर बल दिया. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि एक अच्छी रैंकिंग न सिर्फ पूरी दुनिया के छात्रों और शिक्षकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, बल्कि इससे देश की प्रतिष्ठा भी बढ़ती है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने और क्या कहा?

इसके साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू ने इस बात को भी काफी पुरजोर तरीके से रखा कि रैंकिंग की अंधी दौड़ में अच्छी शिक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है. मुर्मू ने देश के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों में से एक आईआईटी खड़गपुर से आह्वान किया कि वो नवाचार और प्रोद्योगिकी के जरिए अपनी अहम भूमिका निभाए. साथ ही राष्ट्रपति ने केंद्र सरकार की आईआईटी के अंतरराष्ट्रीयकरण और वैश्वीकरण करने की नीति के साथ जुड़ने के लिए संस्थान की काफी सराहना भी की.

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