राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय दौरे पर कानपुर में हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने अपने अंदाज में कहा कि सबसे ज्यादा वेतन देश के राष्ट्रपति को मिलता है। हमें भी 5 लाख मिलता है, जिसमें पौने 3 लाख टैक्स में चला जाता है। तो बताइये बचा कितना? और जितना बचा उससे कहीं ज्यादा तो हमारे अधिकारी और अन्य दूसरे लोगों को मिलता है। यहां जो टीचर्स बैठे हुए हैं उन्हें तो सबसे ज्यादा मिलता है।
नई दिल्ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय दौरे पर कानपुर में हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने अपने अंदाज में कहा कि सबसे ज्यादा वेतन देश के राष्ट्रपति को मिलता है। हमें भी 5 लाख मिलता है, जिसमें पौने 3 लाख टैक्स में चला जाता है। तो बताइये बचा कितना? और जितना बचा उससे कहीं ज्यादा तो हमारे अधिकारी और अन्य दूसरे लोगों को मिलता है। यहां जो टीचर्स बैठे हुए हैं उन्हें तो सबसे ज्यादा मिलता है।
राष्ट्रपति ने कहा, “इस बात का उल्लेख केवल इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि जो टैक्स देते हैं, आखिर इन्हीं से विकास होना है।”
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोगों से कहा कि मेरी आपसे दूरी नहीं है। प्रोटोकॉल के तहत कुछ दूरी है। आप अपनी बात, शिकायत हम तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश में आजादी के बाद बहुत विकास हुआ है। ऐसे में हम सबका भी दायित्व है कि विकास में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि कई बार देखा गया है कि कुछ लोग धरना-प्रदर्शन करने के दौरान ट्रेनों को रोकते हैं, कहीं-कहीं ट्रेन में आग भी लगा देते हैं। जो कि एकदम गलत है। क्षणिक आवेश में उठाया गया ऐसा कदम कहीं ना कहीं हमारे ऊपर ही प्रभाव डालता है।
वही रूरा में राष्ट्रपति ने शहर को लेकर अपनी यादों के साथ-साथ कोरोना महामारी को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि इस महामारी में जो हमें छोड़कर चले गए। उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। साथ ही उन्होंने कोरोना कोलेकर एहतियात बरतने और तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों का ज्यादा ध्यान रखने को भी कहा।