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बायजू बनाने वाले रविंद्र को उनकी ही कंपनी से निकालने की तैयारी.. निवेशकों ने लिया बड़ा फैसला

नई दिल्ली: मुसीबत में फंसी एडटेक कंपनी बायजू के निवेशकों ने अब संकट से बाहर निकलने के लिए बड़ा फैसला लिया है. निवेशक कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रविंद्रन को हटाने के बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं. गंभीर आर्थिक संकट में फंसी बायजू के नेतृत्व में बदलाव के लिए तेजी से […]

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(बायजू रविंद्रन)
  • February 2, 2024 7:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: मुसीबत में फंसी एडटेक कंपनी बायजू के निवेशकों ने अब संकट से बाहर निकलने के लिए बड़ा फैसला लिया है. निवेशक कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रविंद्रन को हटाने के बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं. गंभीर आर्थिक संकट में फंसी बायजू के नेतृत्व में बदलाव के लिए तेजी से प्रयास किया जा रहे है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस फैसले के लिए बायजू रविंद्रन को कोई वोटिंग राइट नहीं मिलेगा. मालूम हो कि कंपनी अपने कर्मचारियों को जनवरी का वेतन देने के लिए संघर्ष कर रही है.

रविंद्र के नेतृत्व पर उठ रहे हैं उंगली

बता दें कि बायजू के निवेशक पिछले काफी वक्त से बायजू रविंद्रन के नेतृत्व पर उंगली उठा रहे हैं. कंपनी पर आए आर्थिक संकट के लिए भी उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का मार्केट कैप घटकर सिर्फ एक बिलियन डॉलर हो गया है. जिसके बाद से ही निवेशकों में काफी गुस्सा है. शेयरधारकों ने कंपनी के नेतृत्व पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. बायजू में लगभग 9% की हिस्सेदारी रखने वाले प्रोसस वेंचर्स ने अपने बयान में कहा है कि उन्हें अन्य शेयरधारकों का समर्थन प्राप्त है. मौजूदा लीडरशिप के साथ काम करने से कंपनी के भविष्य पर अंधकारमय होगा.

कंपनी के बोर्ड का पुनर्गठन करना होगा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बायजू के निवेशकों ने कंपनी के गवर्नेंस, मैनेजमेंट और वित्तीय रिपोर्टों में हो रही देरी पर सवाल खड़े किए हैं. शेयरधारकों ने कहा है कि हमें कंपनी के बोर्ड को पुनर्गठित करना होगा. जिसमें कंपनी के फाउंडर्स के लिए कोई जगह नहीं होगी. बता दें कि निवेशकों का यह फैसला बायजू रविंद्रन के लिए नई चुनौतियां पैदा करेगा. मालूम हो कि पिछले साल डेलॉयट ने कंपनी के ऑडिटर के तौर पर अपने संबंध समाप्त कर लिए थे. डेलॉयट ने कहा था कि बायजू का बोर्ड उन्हें जरूरी दस्तावेज मुहैया नहीं करवा रहा है. बायजू ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्त वर्ष की रिपोर्ट भी 22 माह की देरी से हाल ही में जारी की है. जिसमें कंपनी को काफी नुकसान हुआ है.

लोगों को वेतन नहीं बांट पा रही कंपनी

गौरतलब है कि बायजू की मौजूदा वित्तीय हालात ऐसी है कि वो अपने कर्मचारियों को समय से वेतन भी नहीं दे पा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि निवेशकों के रुख की वजह से कर्मचारियों के वेतन में देरी हो रही है. बता दें कि कुछ दिनों पहले बायजू रविंद्रन ने शेयरहोल्डर्स को एक लेटर लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि कंपनी को थोड़ा पैसा मिल जाए तो वह अभी भी आगे बढ़ने में पूरी तरह से सक्षम है.

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