हाथरस हादसे के बाद प्रेमानंद महाराज का बड़ा फैसला, अनिश्चितकाल के लिए बंद की अपनी पदयात्रा

हाथरस/मथुरा: हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद प्रेमानंद महाराज ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने रात वाली अपनी पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. इसे लेकर श्रीहित राधा केली कुंज परिकर की ओर से लेटर जारी किया गया है. जिसमें लिखा है, हाथरस में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और हृदय विदारक […]

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हाथरस हादसे के बाद प्रेमानंद महाराज का बड़ा फैसला, अनिश्चितकाल के लिए बंद की अपनी पदयात्रा

Vaibhav Mishra

  • July 4, 2024 7:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

हाथरस/मथुरा: हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद प्रेमानंद महाराज ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने रात वाली अपनी पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. इसे लेकर श्रीहित राधा केली कुंज परिकर की ओर से लेटर जारी किया गया है. जिसमें लिखा है, हाथरस में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और हृदय विदारक है. हम सबकी सवेदनाएं हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के साथ हैं.

प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा?

लेटर में प्रेमानंद महाराज की ओर से कहा गया है, भविष्य में फिर से ऐसी कोई भी घटना न घटे, इसके लिए मैं ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना करता हूं. अपनी रात की पदयात्रा रद्द करने को लेकर उन्होंने कहा कि कृपया कोई भी श्रद्धालु रात में रास्ते में मेरे दर्शन के लिए खड़े न हों. साथ ही रास्ते में किसी प्रकार की भीड़ न लगाएं.

रात 2:30 बजे निकालते हैं यात्रा

बता दें कि संत प्रेमानंद महाराज हर रात करीब 2:30 बजे श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी से रमणरेती स्थिति आश्रम हित राधा केली कुंज तक पदयात्रा करते हैं. इस दौरान वे करीब 2 किलोमीटर तक पैदल चलते हैं. पदयात्रा के दौरान प्रेमानंद के हजारों अनुयायी उनकी एक झलक पाने के लिए गर्मी, बारिश, सर्दी में सड़क के दोनों तरफ खड़े रहते हैं. संत प्रेमानंद रात में जब आश्रम के लिए निकलते हैं, उस वक्त उनके अनुयायी पूरे रास्ते फूलों से रंगोली बनाते हैं. उनके निवास से लेकर आश्रम तक का पूरा रास्ता फूलों से पट जाता है.

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