बीते शनिवार को गुरुग्राम में विश्व हिंदू पिरषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव कराए गए थे. जहां प्रवीण तोगड़िया की जगह आलोक कुमार को विहिप का अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया.
नई दिल्ली. विश्व हिंदू परिषद यानि विहिप के अब तक के 52 साल के इतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव के बाद आज प्रवीण तोगड़िया के युग का अंत हो गया. उनकी जगह आलोक कुमार को VHP का अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया. बता दें पेशे से एडवोकेट आलोक कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रांत के सहसंघ चालक हैं. वहीं इससे पहले विष्णु सदाशिव कोकजे को संघ का नया अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है.
बीते शनिवार को विश्व हिंदू पिरषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए गुरुग्राम में चुनाव कराए गए थे. जहां कोकजे ने लंबे समय से हिंदुत्व का बड़ा चेहरा रहे प्रवीण तोगड़िया के नजदीकी राघव रेड्डी के खिलाफ चुनाव लड़ते हुए बड़ी जीत दर्ज की है.
चुनाव के इस नतीजे के बाद से उम्मीद की जा रही है कि प्रवीण तोगड़िया को विश्व हिंदू परिषद से बाहर किया जा सकता है. चुनाव होने के कुछ ही देर के बाद प्रवीण तोगड़िया को अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर नियुक्त कर दिया गया. इसके अलावा अशोक राव चौगुले को कार्याध्यक्ष विदेश विभाग, विनायक राव देशपाण्डे को संगठन महामंत्री, मिलिंद परांडे को महामंत्री, कोटेश्वर राव को सयुंक्त महामंत्री, चम्पत राय को उपाध्यक्ष और डॉ. सुरेन्द्र जैन को संयुक्त महामंत्री चुना गया है. दूसरी ओर चुनाव हारने के बाद तोगड़िया ने कहा ‘मैं अब विहिप में नहीं हूं, अब आम लोगों के लिए काम करुंगा. हम राम मंदिर के मुद्दे पर अनशन करेंगे. यह अनशन अहमदाबाद में मंगलवार से शुरू होगा.’
VHP के इतिहास में पहली बार होगा अध्यक्ष का चुनाव, कट सकता है प्रवीण तोगड़िया का पत्ता
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