पटना: लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने सोशल मीडिया मंच एक्स के जरिए प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पर हमला करते हुए उन्हें बीजेपी का दलाल कह दिया। रोहिणी आचार्य के इसी अपमानजनक टिप्पणी पर पर बुधवार (22 नवंबर) को प्रशांत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर मैं भी लालू के […]
पटना: लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने सोशल मीडिया मंच एक्स के जरिए प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पर हमला करते हुए उन्हें बीजेपी का दलाल कह दिया। रोहिणी आचार्य के इसी अपमानजनक टिप्पणी पर पर बुधवार (22 नवंबर) को प्रशांत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर मैं भी लालू के परिवार के लोगों पर बयान देने लग जाऊं, तब तो हो गया। आगे उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जिसको जो बयान देना है दे।
प्रशांत ने कहा कि लालू जी के बेटे उनकी बेटी, उनके नाती, उनके घर पर काम करने वाले लोगों पर अगर मैं बयान पर बयान देने लग जाऊं तब तो हो गया। मेरे ऊपर जिसको जो बयान देना है दे। मैंने जो बात कही उसे रोज दोहरा रहा हूं। आज भी कह रहा हूं मैंने ये नहीं कहा है कि तेजस्वी यादव अच्छे हैं, खराब हैं, ज्ञानी हैं या मूर्ख हैं। मैंने बस ये कहा कि उनकी पहचान बस इतनी है कि वो लालू यादव के लड़के हैं। इसके बाद प्रशांत ने कहा कि मैंने तेजस्वी को 9वीं फेल बताया हैं, अगर वो नहीं हैं तो कैमरे के सामने आकर बोल दें कि PHD किए हुए हैं। मैंने उनके क्रिकेट करियर की भी बात कही थी।
प्रशांत मधुबनी के झंझारपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आगे कहते हैं कि पत्रकारों से मैंने कहा भी है कि उनकी (तेजस्वी यादव) पहचान बस इतनी है कि वो लालू यादव के लड़के हैं। तेजस्वी यादव ने पढ़ाई, खेलकूद और सामाजिक क्षेत्र में अगर पराक्रम किया है तो बता दें उसको हम लोग सीखकर नोट कर लेंगे।
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प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने आगे कहा कि वो लोग खुद उछल रहे हैं कि मैंने उनको अज्ञानी कहा है मैंने तो बस जनता के सामने फैक्ट्स रखे हैं। मेरे बाबूजी डॉक्टर थे तो मैं हर रोज कह रहा हूं कि मेरे बाबूजी डॉक्टर थे और मेरे दादाजी बैलगाड़ी चलाते थे। उसी तरह से अगर आपके बाबूजी मुख्यमंत्री थे तो आपको बताया जाएगा कि आपके बाबूजी मुख्यमंत्री थे। यही कारण है कि आप उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए हैं। इसमें बुरा मानने की क्या बात है अगर मैं गलत हूं तो वह खंडन कर दें। वह बता दें कि मैं झूठ फैला रहा हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि तेजस्वी यादव इतना घबड़ा क्यों रहे हैं।