Rafale Deal Probe Supreme Court: राफेल मामले में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की चिंता खत्म होती नजर नहीं आ रही है. दरअसल इस मामले में बीजेपी के बागी नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और आप पार्टी के नेता वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए जांच की मांग की है.
नई दिल्ली. राफेल मामले में बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और आप पार्टी के नेता वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इस याचिका को दाखिल कर राफेल सौदे में जांच की मांग की गई है. दायर याचिका में कहा गया है कि सीबीआई ने 4 अक्टूबर को दी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है. साथ ही याचिका में कहा गया है कि इस मामले में सीबीआई पर दबाव चरम पर है जिसके कारण वह एक निष्पक्ष और निष्पक्ष तरीके से अपना कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ है.
गौरतलब है कि इस याचिका को दाखिल कर राफेल मामले में एफआईआर दर्ज कर अदालत की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की गई है. इसके साथ ही कहा गया है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को निर्देश दिया जाए कि इस मामले की जांच से जुड़े अफसरों का तबादला ना किया जाए. और ना ही उन अफसरों को डराया जाए. इस मामले की सुनवाई 31 अक्टूबर को की जाएगी. बता दें कि राफेल पर पहले दाखिल हो चुकी दो याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से सील कवर में सौदे से जुड़ी प्रक्रिया को दाखिल करने के लिए कहा था.
आपको बता दें कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के राफेल मामले को लेकर किए गए एक खुलासे ने देश में राजनीतिक तूफान ला दिया था. दरअसल फ्रांस्वा ओलांद ने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें राफेल विमान के लिए अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस का नाम सुझाया था. फ्रांस्वा ओलांद के इस खुलासे के बाद राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी का घेराव करते हुए हमला बोला और इस मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.