दिल्ली कभी भी अंधेरे में डूब सकती है, ये हम नहीं कह रहे हें ये कहना है दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन का. सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह को इस बारे में पत्र लिखकर कहा है कि दिल्ली में एनटीपीसी चलाने के लिए केवल डेढ़ दिन का कोयला है. जिसके कारण पावर संयंत्र कभी भी बंद हो सकते हैं.
नई दिल्ली. दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि दिल्ली में कोयले की इतनी कमी है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को कभी भी बिजली के ब्लैकआउट का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि दिल्ली सरकार के पास केवल डेढ़ दिन का कोयला बचा है. सत्येंद्र जैन ने पत्र लिखकर कहा है कि एनसीआर के बिजली संयंत्रों (दादरी, झज्जर और बदरपुर) में कोयले की बेहद कमी है.
आर के सिंह को लिखे पत्र में सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में स्थिति बेहद गंभीर है. उन्होंने लिखा कि 19 जून से कोयले का स्टॉक लगातार गिर रहा है और बुधवार को लगभग 90,000 मीट्रिक टन तक पहुंच गया है, जोकि केवल डेढ़ दिन के लिए होगा. उन्होंने कहा कि रेलवे परिवहन की उपलब्धता नहीं होने के कारण ये स्थिति पैदा हुई है.
जैन ने आरके सिंह से अनुरोध किया कि दिल्ली को ब्लैकआउट से बचने के लिए और इन बिजली संयंत्रों को कोयला उपलब्ध कराने के लिए वो रेलवे के समक्ष इस मामले को उठाएं. वो इस मामले में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करें. बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए जैन ने कहा कि बिजली संयंत्रों में कम से कम 15 दिनों के लिए रिजर्व कोयला स्टॉक होना चाहिए.