नई दिल्ली। पूरे देश में बिजली की किल्लत अपने चरम पर पहुंच गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और बिहार समेत देश के 16 राज्य इस समय इसी तरह के संकट से गुजर रहे हैं. राजस्थान सरकार ने जहां इस कमी को राष्ट्रीय आपदा करार दिया है, वहीं पंजाब में किसानों ने बिजली कटौती […]
नई दिल्ली। पूरे देश में बिजली की किल्लत अपने चरम पर पहुंच गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और बिहार समेत देश के 16 राज्य इस समय इसी तरह के संकट से गुजर रहे हैं. राजस्थान सरकार ने जहां इस कमी को राष्ट्रीय आपदा करार दिया है, वहीं पंजाब में किसानों ने बिजली कटौती को लेकर अमृतसर में राज्य के बिजली मंत्री हरभजन सिंह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल अभी पावर प्लांट में कोयले की कमी की खबरें आ रही हैं. इस बीच केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी. उन्होंने पावर प्लांट में कोयले की ढुलाई बढ़ाने पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में बिजली की समस्या को किसी तरह हल करने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री ने देश में इस संकट के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि भारत में बिजली की स्थिति बेहद चिंताजनक है. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘देश में बिजली की भारी किल्लत है. अभी तक हमने इसे दिल्ली में किसी तरह मैनेज किया है. पूरे देश में स्थिति चिंताजनक है. हमें मिलकर इसका जल्द ही समाधान निकालना होगा. इस संकट से निकलने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
कोयले की भारी कमी के बीच, दिल्ली सरकार ने गुरुवार को चेतावनी दी कि मेट्रो ट्रेनों और अस्पतालों सहित दिल्ली के महत्वपूर्ण संस्थानों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो सकती है. इसी क्रम में दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक की. इसके बाद उन्होंने केंद्र को पत्र लिखकर कोयला उपलब्ध कराने की अपील की.
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