नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से असम सुर्खियों में है, क्योंकि यहां के सीएम यानी कि हेमंत सरमा पर नफरत फैलाने का आरोप लगा है. मियां मुस्लिम बयान को लेकर असम में 18 विपक्षी दलों ने सीएम हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. वहीं इस समय भी सीएम हेमंत बिस्व सरमा का […]
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से असम सुर्खियों में है, क्योंकि यहां के सीएम यानी कि हेमंत सरमा पर नफरत फैलाने का आरोप लगा है. मियां मुस्लिम बयान को लेकर असम में 18 विपक्षी दलों ने सीएम हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. वहीं इस समय भी सीएम हेमंत बिस्व सरमा का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वो यह कह रहे है कि मैं असम को मियां भूमि नहीं बनने दूंगा.
बता दें कि सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को विधानसभा में बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जितना चिल्लाना और चीखना वो कर ले, लेकिन मैं असम को ‘मियां भूमि’ में तबदील नहीं होने दूंगा. दरअसल सीएम ने यह बात 14 साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना को लेकर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर विपक्षी दलों के कार्य स्थगन प्रस्ताव पर विधानसभा में बोलते समय कही.
“मैं असम को ‘मिया भूमि’ नहीं बनने दूंगा”
◆ असम विधानसभा में सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा pic.twitter.com/DMDRlnvkxd
— The Muslim (@TheMuslim786) August 27, 2024
वहीं यह बात राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर विपक्षी दलों के कार्य स्थगन प्रस्ताव के दौरान कही. सीएम ने कहा कि अगर जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित रखा जाता, तो अपराध की संख्या नहीं बढ़ती. जब विपक्ष के कुछ नेताओं ने सीएम पर पक्षपात का आरोप लगाया, तो उन्होंने कहा कि मैं पक्षपात करने के तैयार हूं, आप क्या कर सकते है? विपक्ष के हंगामे पर सरमा ने कहा कि लोअर असम के लोग अपर असम क्यों जाएंगे? ताकि मिया मुस्लिम असम पर कब्जा जमा लें? हम ऐसा हरगिज होने नहीं देंगे’ तीखी नोकझोंक के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आसन के समीप आ गए. जिसको देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी को कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ गई.