नई दिल्ली. Pollution Alert : अर्थव्यवस्था को बेहतर स्थिति में लाने के लिए और लगातार देश को विकास के पथ पर बढ़ाने के लिए कई उद्योग धंधे और ट्रांसपोर्ट कार्यरत हैं. ऐसे में स्थिति यह है कि देश भर में जगह-जगह दम घोंटू प्रदूषण का माहौल है. राजधानी दिल्ली और मुंबई में हाल और भी […]
नई दिल्ली. Pollution Alert : अर्थव्यवस्था को बेहतर स्थिति में लाने के लिए और लगातार देश को विकास के पथ पर बढ़ाने के लिए कई उद्योग धंधे और ट्रांसपोर्ट कार्यरत हैं. ऐसे में स्थिति यह है कि देश भर में जगह-जगह दम घोंटू प्रदूषण का माहौल है. राजधानी दिल्ली और मुंबई में हाल और भी बुरा है. यहाँ की हवा में तो मानों ज़हर ही घुल गया है. इन इंसानी गतिविधियों से होने वाले प्रदूषण खासतौर से कार्बन उत्सर्जन का असर वायुमंडल में सदियों तक रहता है. जिसकी वजह से वैश्विक गर्मी बढ़ रही है. यानी ग्लोबल वार्मिंग. ग्लोबल वार्मिंग की वजह से समुद्री जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. अगर लगातार इसी तरह कार्बन उत्सर्जन होता रहा तो मुंबई समेत एशिया के 50 से अधिक शहर जलमग्न हो जाएंगे. बता दें कि इसमें भारत के शहरों के साथ-साथ चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देश होंगे.
बता दें की यह आशंका उन देशों के लिए ज़्यादा भारी पड़ने वाली है जो देश कोयला आधारित प्लांट बनाने में वैश्विक स्तर पर आगे हैं. दरअसल,चीन, भारत, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और वियतनाम इन देशों की आबादी ज़्यादा है और यह सभी देशों कोयला बाहुल्य देश जाते हैं और वैश्विक स्तर पर भी कोयला प्लांट्स को लेकर इनकी विशेष पहचान है. इसलिए वैज्ञानिकों को आशंका हैं कि ग्लोबल वार्मिंग का सबसे ज़्यादा असर इन देशों पर ही देखने को मिल सकता है.
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका को भारी मात्रा में नुकसान झेलना पड़ेगा. वहां की जमीन का दसवां हिस्सा समुद्री पानी में डूब जाएगा. और इस दौरान कई द्वीपीय देश तो पूरी तरह खत्म हो चुके होंगे. दुनियाभर के जो देश हाई-टाइड वाले जोन में आते हैं, वहां पर समुद्री जलस्तर बढ़ने से 15 फीसदी की आबादी प्रभावित होगी. यह स्टडी हाल ही में क्लाइमेट कंट्रोल नाम की साइट पर प्रकाशित हुई है. जिसमें भारत से मुंबई को खतरे में दिखाया गया है. हालांकि इस स्टडी में यह बताया गया है कि दुनियाभर के करीब 184 जगहें हैं जिन्हें जल स्तर बढ़ने का सीधा असर झेलना पड़ेगा और ये जगह आंशिक या फिर पूरी तरह जलमग्न होने की कगार पर हैं.