लखनऊ: मनसे प्रमुख राज ठाकरे के अयोध्या जाने के ऐलान करने के बाद से यूपी में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. यहां बीजेपी के सांसद आपस में ही भिड़ने लगे है. मनसे प्रमुख के विरोध में कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि पहले राज ठाकरे यूपी […]
लखनऊ: मनसे प्रमुख राज ठाकरे के अयोध्या जाने के ऐलान करने के बाद से यूपी में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. यहां बीजेपी के सांसद आपस में ही भिड़ने लगे है. मनसे प्रमुख के विरोध में कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि पहले राज ठाकरे यूपी के लोगों से माफ़ी मांगे फिर वो अयोध्या आए. बीजेपी सांसद बृजभूषण को रामनगरी के कई संत-धर्माचार्यों का भी समर्थन मिल रहा है.
उधर दूसरी तरफ, अयोध्या से सांसद लल्लू सिंह ने राज ठाकरे को लेकर कहा कि जो राम के शरण में आना चाहता है उसका स्वागत है. उनके इस बयान के बाद प्रदेश में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. मनसे प्रमुख की 5 जून को अयोध्या दौरे पर आने वाले है, इसी को लेकर सांसद लल्लू सिंह व बृजभूषण आमने-सामने आ गए हैं.
सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि भगवान हनुमान जी कृपा से यदि कोई प्रभु राम की शरण में आता है तो उसका स्वागत है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे को भगवान
सद् बुद्धि दें कि वे पीएम मोदी के मार्गदर्शन में काम करें, जिससे वे महाराष्ट्र के हित में काम कर सके. लल्लू सिंह ने कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के तरफ से मनसे प्रमुख को लेकर किये जा रहे विरोध को लेकर कहा कि वो उनका जी विरोध है, मुझे उस पर कुछ नहीं बोलना है.
मनसे प्रमुख के अयोध्या दौरे को लेकर कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मंगलवार को रैली निकालकर कहा कि उन्हें यूपी वासियों से माफ़ी मांगे बिना अयोध्या नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने इस विषय में अयोध्या के संतों के साथ बैठक भी की और राज ठाकरे को हिंदू नेता नहीं बल्कि खलनायक बताया। बीजेपी नेता के साथ-साथ मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी भी राज ठाकरे का विरोध कर रहे हैं। इकबाल का कहना है कि उत्तरप्रदेश वासियों के साथ महाराष्ट्र में बीते दिन हुए दुर्व्यवहार और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया था। अब अगर मनसे प्रमुख यहां आना चाहते है तो उन्हें पहले यहां के लोगों से माफ़ी मांगनी होगी।