नई दिल्ली: उत्तराखंड विधानसभा में यूसीसी बिल पेश किए जाने को लेकर सियासत गरमा गई है. पूरे देश में विभिन्न दलों के नेता इसपर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी डॉ. सैयद तुफैल हसन (एसटी हसन) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में ध्रुवीकरण […]
नई दिल्ली: उत्तराखंड विधानसभा में यूसीसी बिल पेश किए जाने को लेकर सियासत गरमा गई है. पूरे देश में विभिन्न दलों के नेता इसपर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी डॉ. सैयद तुफैल हसन (एसटी हसन) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में ध्रुवीकरण के लिए यूसीसी लाया जा रहा है. सपा सांसद ने कहा कि अगर यूनिफॉर्म सिविल कोड कुरान शरीफ के खिलाफ हुआ तो हम इसका विरोध करेंगे. मुसलमान कुरान शरीफ को मानेंगे, यूसीसी कानून को नहीं.
वहीं, AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुए UCC बिल को मुसलमानों के खिलाफ साजिश बताया है. उन्होंने कहा है कि इस बिल के जरिए मुसलमानों को उनके मजहब से दूर करने की साजिश रची जा रही है. इसके साथ ही ओवैसी ने पूछा कि जब जनजातियों को इस बिल से बाहर रखा गया है, फिर यह यूनिफॉर्म सिविल कोड कैसे हो सकता है.
बता दें कि इससे पहले आज उत्तराखंड विधानसभा में आज समान नागरिक संहिता कानून (UCC) का ड्रॉफ्ट पेश किया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन में यूसीसी का ड्राफ्ट पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बिल में सभी धर्मों और सभी वर्गों के लोगों का ध्यान रखा गया है. बता दें कि उत्तराखंड UCC पर ड्राफ्ट लाने वाला देश का पहला राज्य है.
सीएम धामी ने बिल पेश करने से पहले कहा कि जिस वक्त का सभी को लंबे वक्त से इंतजार था, वो पल अब आ गया है. न सिर्फ प्रदेश की जनता बल्कि पूरी देश की निगाहें इस वक्त उत्तराखंड पर बनी हुई हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कानून महिला उत्थान को मजबूत करने के दिशा में बड़ा कदम है, जिसमें हर समुदाय, हर वर्ग, हर धर्म के लोगों के बारे में विचार किया गया है.
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