नई दिल्ली/चंडीगढ़। Haryana Political Crisis: हरियाणा में भाजपा सरकार पर संकट आ गया है। बता दें कि बीजेपी सरकार को समर्थन दे रहे तीन निदर्लीय विधायकों ने साथ छोड़ दिया है। उनके साथ छोड़ने से हरियाणा की नायब सैनी सरकार अल्पमत में आ गई है। ये तीनों विधायक अब कांग्रेस के समर्थन में आ गए […]
नई दिल्ली/चंडीगढ़। Haryana Political Crisis: हरियाणा में भाजपा सरकार पर संकट आ गया है। बता दें कि बीजेपी सरकार को समर्थन दे रहे तीन निदर्लीय विधायकों ने साथ छोड़ दिया है। उनके साथ छोड़ने से हरियाणा की नायब सैनी सरकार अल्पमत में आ गई है। ये तीनों विधायक अब कांग्रेस के समर्थन में आ गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष तथा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की उपस्थिति में रोहतक में निर्दलीय विधायकों पुंडरी से रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर, चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया।
निर्दलीय विधायकों की तरफ से बीजेपी से समर्थन वापस लिए जाने के बाद हरियाणा में बहुमत का गणित बिगड़ गया। बता दें कि 90 सीटों वाले हरियाणा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है और भाजपा के पास 41 विधायक हैं, वहीं 6 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त था। इनमें से अब तीन ने समर्थन वापस ले लिया है। ऐसे में देखें तो हरियाणा की सैनी सरकार के पास इस वक्त में 44 विधायक बचे हैं।
हरियाणा में जारी राजनीतिक हलचल को लेकर जननायक जनता पार्टी आज अपने पत्ते खोल सकती है। बता दें कि थोड़ी देर में पूर्व उप मुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला हिसार में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। बता दें कि जेजेपी के पास 10 विधायक हैं, ऐसे में JJP किंगमेकर साबित हो सकती है। साथ ही चौटाला के सामने विधायकों को एकजुट रखने की भी चुनौती है।
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