हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने भारत में एक बार फिर सियासी माहौल गरमा दिया है। इस रिपोर्ट में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड
नई दिल्ली: हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने भारत में एक बार फिर सियासी माहौल गरमा दिया है। इस रिपोर्ट में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसे लेकर अब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और सेबी को निशाने पर लिया है।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर SEBI प्रमुख से 13 सवाल पूछे हैं। उन्होंने SEBI के प्रमुख के वित्तीय लेन-देन और अडानी समूह से जुड़ी गतिविधियों पर खुलासा करने की मांग की है। उनके सवालों में SEBI प्रमुख के संभावित हितों के टकराव और अन्य वित्तीय मामलों पर भी सवाल उठाए गए हैं।
Dear @narendramodi @amitshah @nsitharaman – did Madhabi Puri-Buch disclose her ownership in offshore opaque funds before Cabinet Committee appointed her? Was it there in her IB report? @cvcindia – Please confirm. https://t.co/yNiYa9Yx3R
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) August 11, 2024
महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए पूछा, “क्या SEBI प्रमुख माधबी पुरी-बुच ने अपने अपतटीय फंड्स में स्वामित्व का खुलासा किया था?” उन्होंने केंद्रीय सतर्कता आयोग से भी इसकी पुष्टि करने को कहा है।
महुआ मोइत्रा के सवालों में SEBI प्रमुख के निवेश, अडानी समूह के साथ उनके संबंध, और SEBI के नियमों के पालन को लेकर कई सवाल शामिल हैं। इन सवालों के जरिए उन्होंने SEBI की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाया है।
Dear Chairperson @SEBI_India we would like these questions answered in your detailed clarification:
1. Did you invest in IPEplus Fund 1 in 2015 being a part of Global Development Opportunities Fund, a part of Global Opportunities Fund used by Vinod Adani?
2. When did you cease…— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) August 11, 2024
महुआ मोइत्रा ने कहा कि SEBI के प्रमुख को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने सरकार से भी अपील की कि वे देश के हितों को ध्यान में रखते हुए निष्पक्ष जांच करवाएं।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर शुरू हुई यह सियासी जंग अब और तीखी होती जा रही है। महुआ मोइत्रा के सवालों ने नए विवाद को जन्म दे दिया है, जिससे आने वाले दिनों में राजनीतिक माहौल और गरमा सकता है।
Some pertinent facts about Chairperson SEBI’s investment in a multi tier opaque fund to prevent transparency- she needs to resign NOW! pic.twitter.com/lmHNM69m7g
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) August 11, 2024
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