दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधायकों को चुनाव आयोग के अयोग्य करार दिए जाने पर बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता और कांग्रेस नेता अजय माकन ने निशाना साधा है. दोनों ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोलते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है
नई दिल्लीः दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 20 विधायकों की विधायकी खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है. चुनाव आयोग ने लाभ के पद यानी ऑफिस ऑफ प्रॉफिट को दोषी मानते हुए आप के 20 विधायकों को अयोग्य करार देने का फैसला किया है. चुनाव आयोग के इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर नेता भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बीजेपी के वीजेंद्र गुप्ता और कांग्रेस के अजय माकन ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोला है.
बीजेपी के वीजेंद्र गुप्ता ने ट्वीट किया कि 20 विधायकों का अयोग्य करार दिया जाना अरविंद केजरीवाल के लिए सबसे बड़ी व नैतिक हार है. उन्हें अपने सभी अधिकारों से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने चुनाव आयोग के इस कदम को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति इस पर काम करें. चुनाव आयोग के इस कदम पर वीजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल के यह सबसे बड़ी हार है.उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को इसका जवाब जनता को देना होगा. वहीं कांग्रेस नेता अजय माकन ने चुनाव आयोग के अस कदम पर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल को अब आगे कार्यभार संभालने का कोई हक नहीं है.
उनकी आधी से ज्यादा कैबिनेट को भ्रष्टाचार के चलते हटा दिया गया है. 20 विधायकों को भी अयोग्य करार दे दिया गया है. उन्होंने लोकपाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकपाल कहां हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता सत्ता और विदेश यात्राओं के मजे ले रहे हैं, राजनीतिक ईमानदारी कहां हैं.वहीं बीजेपी के नेता श्याम जाजू ने कहा कि नैतिकता के आधार पर अरविंद केजरीवाल को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
Better late than never, EC Election disqualifies 20 AAP MLAs for holding 'office of profit'. The AAP govt has much to answer to the public for their political impropriety as Delhi is headed for mid-term #elections. Will request Hon'ble President for speedy approval.
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) January 19, 2018
Disqualification of 20 AAP MLAs is a huge moral defeat for CM @ArvindKejriwal. It has put his leadership in peril. He must resign on ethical grounds.
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) January 19, 2018
Kejriwal has no right to continue.
Half of his cabinet ministers removed on corruption charges!
20 MLAs who were enjoying ministerial perks would be disqualified!Where is Lokpal?
The MLAs and Ministers enjoying perks of power and foreign travel-Where is political probity?— Ajay Maken (@ajaymaken) January 19, 2018
"20 AAP MLAs" संविधान के अनुच्छेद 102(1)(A) और 191(1)(A) के अनुसार संसद या फिर विधानसभा का कोई सदस्य अगर लाभ के किसी पद पर होता है तो उसकी सदस्यता रद्द हो सकती है. यह लाभ का पद केंद्र और राज्य किसी भी सरकार का हो सकता है.
— Shyam Jaju (@ShyamSJaju) January 19, 2018
:@ArvindKejriwal ji your MLA says no perks were given to 20 AAP MLAs, so why did Delhi Assembly Secretariat pass an order allotting offices? pic.twitter.com/c88Sm0WWap
— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) January 19, 2018
https://twitter.com/indiantweeter/status/954302164528111616
लालच में अंधे होने की कीमत चुकानी पड़ रही है केजरीवाल को – सभी 20 सीटों पर जमानत होगी केजरीवाल के लोगों की। pic.twitter.com/SqmgSufBAb
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) January 19, 2018
Art of Slapping yourself – Ghunghru Seth after decision on 20 AAP MLAs pic.twitter.com/VdrqqzxNho
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) January 19, 2018
Man of the Day – Proud of You @ippatel – One Man who fought this case all along… 20 MLAs
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) January 19, 2018
दिल्ली भाजपा चुनाव आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की सिफ़ारिश का स्वागत करती है।
Delhi BJP welcomes the decision of EC recommending disqualification of 20 AAP MLAs in the matter of “Office of Profit”@ManojTiwariMP pic.twitter.com/i7IdI2CIev— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 19, 2018
Disqualification of 20 AAP MLAs is a huge moral defeat for CM @ArvindKejriwal. It has put his leadership in peril. He must resign on ethical grounds.
— Ramesh Bidhuri (@rameshbidhuri) January 19, 2018
AAP पार्टी के विधायक, VVIP यानी मंत्रि तुल्य सुविधाएँ लेना चाहते थे। इसलिए उन्हें संसदीय सचिव का पद दिया गया। आफिस,… https://t.co/udJe9UiwBY
— Ajay Maken (@ajaymaken) January 11, 2018
Kejriwal has no right to continue.
Half of his cabinet ministers removed on corruption charges!
20 MLAs who were enjoying ministerial perks would be disqualified!Where is Lokpal?
The MLAs and Ministers enjoying perks of power and foreign travel-Where is political probity?— Ajay Maken (@ajaymaken) January 19, 2018
Get ready for this tweet of @ArvindKejriwal –
“हमारे 20 विधायकों की सदस्यता रद्द होने का अफ़सोस मनाइये।
अपना ग़ुस्सा हमें चंदा देकर दिखाईये!”#20AapMLAs— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) January 19, 2018
गैरकानूनी तरीके से सरकार चलाने वाले दिल्ली के सीएम केजरीवाल को अब पद पर रहने का कोई अधिकार नही है । केजरीवाल को सीएम पद से तुरन्त इस्तीफा देना चाहिए ।
— Tajinder Bagga (@TajinderBagga) January 19, 2018
Disqualification of 20 AAP MLAs is a huge moral defeat for CM @ArvindKejriwal. It has put his leadership in peril. He must resign on ethical grounds.
— Ramesh Bidhuri (@rameshbidhuri) January 19, 2018