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दिल्ली से गुजरात तक सरकारी स्कूल बने सियासी मुद्दे, हुआ राजनीतिक घमासान

नई दिल्ली : राजनीति में कब क्या विषय मुद्दा बन जाए इसका कुछ कह नही सकते। आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गई है। लगातार राज्य के दौरे किये जा रहे है और जनता को लुभाने का काम शुरू हो गया है। इस बीच दिल्ली से गुजरात तक सरकारी स्कूलों […]

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दिल्ली से गुजरात तक सरकारी स्कूल बने सियासी मुद्दे, हुआ राजनीतिक घमासान
  • April 12, 2022 1:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

नई दिल्ली : राजनीति में कब क्या विषय मुद्दा बन जाए इसका कुछ कह नही सकते। आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गई है। लगातार राज्य के दौरे किये जा रहे है और जनता को लुभाने का काम शुरू हो गया है। इस बीच दिल्ली से गुजरात तक सरकारी स्कूलों को लेकर सियासत शुरू हो गई है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सोमवार को गुजरात के स्कूलों की हालत देखने पहुंचे। इधर, दिल्ली में भी बीजेपी के सांसद व विधायक दिल्ली सरकार के स्कूलों में पहुंच गए। दोनो पार्टियों ने स्कूलों और शिक्षा को मुद्दा बना लिया है.

मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी ने गुजरात में लगभग ढाई दशक से ज़्यादा तक राज किया है, लेकिन यहाँ सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहद खराब है। इस पर दिल्ली से बीजेपी सांसदों और विधयकों ने दिल्ली सरकार के दावे को झूठा बताते हुए कहा कि दिल्ली के स्कूल खतरनाक इमारतों में चल रहे हैं।

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा ने स्कूलों की हालत बदतर कर दी है। उन्होंने कहा कि सूबे के शिक्षा मंत्री के गृहनगर भावनगर के दो सरकारी स्कूलों में दौरे करके पाया कि स्कूलों में शौचालय तक नहीं हैं, गंदगी की भरमार है। मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि गुजरात में 13,000 से ज्यादा सरकारी स्कूल ऐसे हैं जहां पर एक भी कंप्यूटर नहीं है और 700 स्कूल ऐसे हैं जहां एक ही अध्यापक है।

घबरा गई बीजेपी- मनीष सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के दौरे से भाजपा घबरा गई है और यही वजह है कि उसने दिल्ली में अपने कुछ सांसद और विधायकों को भेजा है। उन्होंने कहा कि सारे सांसद दिल्ली में दिन भर गर्मी में तर-बतर हो गई लेकिन उन्हें एक भी कमी नहीं मिली। मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब दिल्ली में बीजेपी सांसद और विधायकों को छात्र बिना डेस्क के नही दिखे, स्कूल में मकड़ी के जाले नहीं दिखे तो उन्होंने टूटी टाइल और काले दीवारों को दिखाना शुरू कर दिया।

इसके साथ ही मनीष सिसोदिया ने गुजरात के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को दिल्ली आने का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि वे दोनों आकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत और शिक्षा-डिसिप्लिनरी को देख सकते हैं।

जर्जर इमारतों में पढ़ रहे बच्चे- बीजेपी

भाजपा सांसदों और दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने भी राजधानी के स्कूलों का दौरा किया। नेता प्रतिपक्ष बिधूड़ी ने मुस्तफाबाद और सांसद प्रवेश साहिब सिंह एवं रमेश बिधूड़ी ने अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत का जायजा लिया। नेता प्रतिपक्ष बिधूड़ी ने कहा कि पिछले सात साल में मुस्तफाबाद में चल रहे माध्यमिक स्कूल की दिल्ली सरकार इमारत तक नहीं बना पाई। आज चार शिफ्टों में चलने वाले इस विद्यालय में लगभग 6000 छात्र-छत्राएं पढ़ते हैं। 

बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने पंडवाला खुर्द के दिल्ली सरकार के स्कूल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में जाकर स्कूलों की हालत देख रहे हैं लेकिन उन्होंने दिल्ली के स्कूलों की हालत नहीं देखी, उसको जानने की कोशिश तक नहीं कर रहे हैं। बीजेपी सांसद ने कहा कि जिस स्कूल में मैं गया उसे जर्जर घोषित कर दिया गया लेकिन उसके बावजूद भी वहां बच्चे पढ़ रहे हैं, मतलब यह कि दिल्ली सरकार दिल्ली के बच्चों की जान जोखिम में डाल रही है।

शिक्षकों और सफाईकर्मियों की कमी

बीजेपी सांसद बिधूड़ी ने कहा कि मैंने दिल्ली सरकार के पांच स्कूलों का निरीक्षण किया उसमें से दिल्ली के अधिकतर विद्यालयों में शिक्षकों एवं सफाईकर्मियों की कमी है। उन्होंने कहा कि राजकीय उच्च माध्यमिक बाल विद्यालय नंबर दो रेलवे कॉलोनी, मोलड़बंद में स्कूल एवं बच्चन प्रसाद सीनियर सेकेंडरी स्कूल देवली में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। बीजेपी सांसद ने कहा कि आप के लीग सिर्फ पोस्टर के जरिए लिख देते है काम प्रगति पर है, लेकिन सदियों तक वो होने में ही रहता है।

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