बेशक राज्य सरकारें कुछ भी दावा करें लेकिन लोग अपराधी बैखौफ हो रहे हैं और खाकी वर्दी पर भी हमले से गुरेज नहीं कर रहे. पहले बिहार के अररिया व मुंगेर में और अब मध्यप्रदेश के मऊगंज में पुलिस टीम पर हमला हुआ है जिसमें तीन एएसआई की जान चली गई.
मऊगंज. बेशक राज्य सरकारें कुछ भी दावा करें लेकिन अपराधी बेखौफ हो रहे हैं और खाकी वर्दी पर भी हमले से गुरेज नहीं कर रहे. पहले बिहार के मुंगेर व अररिया में और अब मध्यप्रदेश के मऊगंज में पुलिस टीम पर हमला हुआ है जिसमें एक एएसआई की मौत हो गई है. खास बात यह है कि तीनों जगहों पर पुलिस की अलग-अलग टीमें अपराधियों को पकड़ने के लिए गई थीं और बैखौफ अपराधियों और उनके गुर्गों ने उन पर हमला बोल दिया जिसमें 3 एएसआई की जान चली गई.
मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले की पुलिस को शनिवार को सूचना मिली थी कि कोल जनजाति के एक समूह ने शनिवार को सनी द्विवेदी नाम के व्यक्ति का अपहरण कर लिया है. उन लोगों को संदेह था कि द्विवेदी ने कुछ महीने पहले अशोक कुमार नाम के एक आदिवासी की हत्या की है जबकि पुलिस रिकार्ड के मुताबिक कुमार की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी. जैसे ही द्विवेदी के अपहरण की सूचना मिली शाहपुर थाने के प्रभारी संदीप भारतीय के नेतृत्व में एक टीम उन्हें बचाने के लिए गदरा गांव पहुंची जो कि जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर है. पुलिस के पहुंचने में बहुत देर हो चुकी थी और आदिवासी समूह ने द्विवेदी को एक कमरे में बंद कर पीट पीटकर मार डाला था.
जैसे ही पुलिस वहां पहुंची और कमरा खोला, तभी आदिवासियों के समूह ने पुलिस पर भी लाठी, डंडों और पत्थरों से हमला बोल दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गये. घायल पुलिसकर्मियों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन विशेष सशस्त्र बल के एएसआई चरण गौतम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. एएसआई की हत्या के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है. इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है. रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत पांडे ने बताया कि एक एएसआई समेत दो लोगों की मौत हुई है और अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं.
ठीक इसी तरह की घटना बिहार के मुंगेर जिले में घटी जहां एक समूह द्वारा किये गये हमले में सहायक उप निरीक्षक संतोष कुमार सिंह की मौत हो गई. इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मृतक एएसआई संतोष कुमार सिंह मुंगेर के मुफस्सिल थाने में आपातकालीन डायल नंबर सेवा 112 में तैनात थे. नंदलालपुर गांव में विवाद की सूचना मिलने पर एएसआई संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे थे, तभी कुछ लोगों ने धारदार हथियार से उन पर वार कर दिया जिसमें उनकी जान चली गई.
बिहार के ही अररिया में बुधवार देर रात एएसआई राजीव रंजन मल्ल की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. वह पुलिस टीम के साथ कई मामलों में वांछित अपराधी अनमोल यादव को पकड़ने गए थे. अनमोल यादव शादी समारोह में पहुंचा था. इसके बाद एएसआई राजीव रंजन मल्ल के नेतृत्व में पुलिस की टीम पहुंची तो यादव के गुर्गों ने हमला बोल दिया और उनकी जान ले ली.
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