नई दिल्ली: भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका इस वक़्त गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. यहां प्रदर्शनकारियों को दबाने के लिए पुलिस को भारी बल का सहारा लेना पड़ रहा है. इतना ही नहीं, देश के राष्ट्रपति भी यह मान चुके हैं देश में इतना बड़ा संकट पैदा होने की वजह उनकी खुद की गलतियां है.
श्रीलंका में मंडरा रहा है आर्थिक संकट, देश पर 8.6 बिलियन डॉलर का कर्ज़ा
श्रीलंका में देश की बदतर आर्थिक स्तिथि के खिलाफ प्रदर्शन तेज़ होता जा रहा है. विरोध को दबाने के लिए मंगलवार को पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. इस दौरान पुलिस ने फायरिंग भी की जिसमें एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, वहीं 10 लोग घायल हो गए है. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने सबकुछ ठीक करने का भरोसा दिलाया है. श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा, “पिछले कई साल से हम बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे है. कोरोना में बढ़ता क़र्ज़ और कुछ हमारी गलती…हमें सब कुछ ठीक करने की ज़रूरत है, हम सब कुछ ठीक करके आगे बढ़ेंगे।”
शेयर मार्केट पर लगा ताला
श्रीलंका ने कुछ पहले बयान दिया था कि अपनी आर्थिक स्तिथि के कारण वह कुछ समय तक दूसरे देशों के कर्ज का भुगतान नहीं कर सकता। इसी बीच रिपोर्ट आई थी, श्रीलंका के प्रमुख शेयर बाजार में कुछ दिन तक ट्रेडिंग नहीं होगी.
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