नई दिल्ली, बीते दिनों हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद कोर्ट ने इन्हें चार दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजा था. लेकिन अब कोर्ट ने जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी अंसार , सलीम, दिलशाद और गुल्ली की पुलिस कस्टडी तीन […]
नई दिल्ली, बीते दिनों हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद कोर्ट ने इन्हें चार दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजा था. लेकिन अब कोर्ट ने जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी अंसार , सलीम, दिलशाद और गुल्ली की पुलिस कस्टडी तीन दिन और बढ़ा दी है.
दरअसल, जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी अंसार और सलीम चिकना की पुलिस हिरासत आज खत्म हो रही थी, जिसके बाद इन्हें आज रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया था. जिस दौरान कोर्ट ने आरोपी अंसार, सलीम, दिलशाद और गुल्ली की पुलिस कस्टडी तीन दिन और बढ़ा दी.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन निकाली गई शोभायात्रा पर हुई हिंसा के बाद पुलिस ने ऐक्शन तेज कर दिया है. अमित शाह की ओर से सख्ती बरतने के निर्देश दिए जाने पर जहां कुछ आरोपियों पर एनएसए लगाया गया तो वहीं अब उनके अवैध निर्माण को ढहाने के लिए बुलडोजर चलाया जा रहा है. सरकार के इस फैसले को लेकर कांग्रेस पार्टी भड़क गई है. जहांगीरपुरी में की जा रही बुलडोज़र कार्रवाई पर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जहांगीरपुरी में सिर्फ मकान ध्वस्त नहीं हो रहा है, बल्कि यहाँ हमारा संविधान भी ध्वस्त हो रहा है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी चल रही बुलडोजर की कार्रवाई को बंद करवाने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की नेता बृंदा करात जहांगीरपुरी पहुंची. उन्होंने कहा कि सुबह 10:45 बजे सुप्रीम कोर्ट ने विध्वंस अभियान पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया, मैं यहां आदेश का पालन करवाने आई हूँ.
बृंदा करात ने आगे कहा कि अवैध तोड़फोड़ से कानून और संविधान को झटका लगा है. कम से कम सुप्रीम कोर्ट और उसके आदेश का सम्मान करते हुए अब राजधानी में बुलडोज़र न चलाया जाए.
जहांगीरपुरी: सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी चलता रहा बुलडोजर, आदेश का पालन कराने पहुंची वृंदा करात