नई दिल्ली: पाकिस्तान इन दिनों महंगाई की मार के साथ-साथ(Pneumonia) और संकट से जूझ रहा है। उस संकट का नाम है निमोनिया। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करीब पिछले तीन हफ्तें में 200 से ज्यादा बच्चे अपनी जान गवा चुके हैं। इसपर लोगों का कहना है कि ये मौत निमोनिया के कारण हो रही है। […]
नई दिल्ली: पाकिस्तान इन दिनों महंगाई की मार के साथ-साथ(Pneumonia) और संकट से जूझ रहा है। उस संकट का नाम है निमोनिया। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करीब पिछले तीन हफ्तें में 200 से ज्यादा बच्चे अपनी जान गवा चुके हैं। इसपर लोगों का कहना है कि ये मौत निमोनिया के कारण हो रही है। इस समय पाकिस्तान में पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते बच्चों को निमोनिया घेर रहा है और पाकिस्तान की केयरटेकर सरकार ने भी इस बात को मान लिया है।
इस संकट को लेकर पाकिस्तान की मौजूदा सरकार का कहना है कि ज्यादातर बच्चों की मौत कुपोषण से हुई है। इस दैरान बच्चों की मौत का कारण निमोनिया की वैक्सीन न लगना भी है। वहीं, स्थिति को देखते हुुए पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने इन महीने की 31 तारीख तक स्कूलों में सुबह की क्लासेस नहीं रखने का आदेश दिया है।
पाकिस्तान में लगातार निमोनिया के मामले सामने(Pneumonia) आ रहे हैं। इस समय पाकिस्तान के लाहौर में ही निमोनिया के चलते 47 मौतें हो चुकी हैं। दरअसल, गौर करने वाली बात ये है कि इस साल की शुरुआत से अबतक पाकिस्तान में निमोनिया के कुल 10 हजार 500 मामले सामने आ चुके हैं, जो कि काफी चिंता का विषय है।
यह लगातार मौत मौजूदा पाकिस्तानी सरकार के लिए काई परेशानी बढ़ाता जा रहा है। दरअसल, पिछले साल भी पाकिस्तान में निमोनिया से जान गंवाने वालों की संख्या कम नहीं थी। बता दें कि पिछले साल 990 लोगों की निमोनिया से मौत हुई थी, तो ऐसे में सरकार ने एहतियातन लोगों से बच्चों के पास साफ-सफाई रखने और उन्हें गर्म कपड़े पहनाकर रखनेे की अपील की है।
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