PMC Bank Scam Fourth Customer Death: पीएमसी बैंक घोटाला मामले में खाताधारकों की मौत का सिलसिला जारी है. दरअसल मुंबई के मुलुंड के रहने वाले खाताधारक मुरलीधर धारा की शुक्रवार सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई है. मुरलीधर धारा 80 वर्ष के थे. मुरलीधर धारा के बेटे ने बताया कि पैसे नहीं निकाल पाने के चलते उनका इलाज नहीं हो पा रहा था. इसी के चलते वह तनाव में थे. मालूम हो कि पीएमसी बैंक घोटाला सामने आने के बाद अब तक कुल 4 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
मुंबई. PMC Bank Scam Fourth Customer Death: पंजाब और महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में खातधारकों के मौत का सिलसिला जारी है. दरअसल शुक्रवार को मुंबई के एक खाताधारक के मौत की खबर सामने आई है. दरअसल खाताधारक का पैसा नहीं निकाल पाने की वजह से इलाज नहीं हो पा रहा था. मृतक खाताधरक का नाम मुरलीधर धारा बताया जा रहा है. शुक्रवार को हार्टअटैक के चलते मुरलीधर की मौत हुई है. मुरलीधर धारा के बेटे ने इसकी पुष्टि की है. मालूम हो कि पीएमसी बैंक घोटाला सामने आने के बाद अब तक कुल 4 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
मृतक मुरलीधर धारा के बेटे प्रेम धारा ने बताया कि उनके पिता लंबे समय से बीमार थे और डॉक्टर ने उन्हें बॉयपास सर्जरी कराने की सलाह दी थी. सर्जरी के लिए पैसों की जरूरत थी. लेकिन समय से पैसा नहीं निकाल पाने की वजह से वह बॉयपास सर्जरी नहीं करा पाए. शुक्रवार की सुबह घर पर ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई. मुरलीधर धारा मुंबई के मुलुंड इलाके के रहने वाले थे. मुरलीधारा से पहले भी तीन लोग पीएम बैंक घोटाले की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.
इससे पहले मंगलवार को 59 वर्ष के फत्तोमल पंजाबी की हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई थी. मृतक के परिजन दीपक पंजाबी ने कहा था कि पीएमसी बैंक में फत्तोमल पंजाबी के 2 हजार रुपए थे. वो पैसों को निकाल चुके थे. उन्होंने इसे प्राकृतिक मौत बताया था. घोटाले के सामने आने के 24 घंटे के भीतर यह दूसरी मौत थी. फत्तोमल पंजाबी से पहले ओशिवारा के तारापोरेवाला गार्डन में रहने वाले संजय गुलाटी की भी तनाव के चलते मौत हो गई थी. दरअसल पीएमसी बैंक में संजय गुलाटी के 90 लाख रुपए जमा थे. सोमवार को वे बैंक पर लगाई गई पांबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के बाद जब वह घर पहुंचे तो हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई.
बता दें कि पीएमसी बैंक में लाखों ग्राहकों की मेहनत की रकम फंसी हुई है. बैंक की आखिरी वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक बैंक में ग्राहकों के 11 हजार 617 करोड़ रुपए जमा है. इनमें टर्म डिपॉजिट 9 हजार 326 करोड़ रुपए हैं. वहीं डिमांड डिपॉजिट के तौर पर 2 हजार 291 करोड़ रुपए जमा है. पीएमसी बैंक के मैनजमेंट पर धाधंली के आरोप है. आरोप है कि मैनेजमेंट ने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में रिजर्व बैंक को गलत जानकारी दी थी. पीएमसी बैंक की ओर से दिए गए लोन का 73 फीसदी हिस्सा हाउसिंग डेवलपमेंट एंट इन्फ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है., जो कि पहले से ही दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही है.