प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में देश की पहली इको-फ्रेंडली रिफाइनरी का शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि उनकी सरकार विकास को समर्पित है. उन्होंने कहा कि ये संकल्प से सिद्धि का समय है और मुझे विश्वाश है आज जो रिफाइनरी का उद्धघाटन हुआ है, 2022 तक इसका कार्य पूर्ण हो जायेगा.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में देश की पहली इको-फ्रेंडली रिफाइनरी का शिलान्यास किया. इस कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मौजूद रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल पत्थर रखने से कुछ नहीं होता. काम करने से विकास होता है. इससे पहले पीएम मोदी के इस उद्घाटन समारोह को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि इस रिफाइनरी का शिलान्यास पहले ही तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कर चुकी हैं. फिर पीएम क्यों ऐसा कर रहे हैं ?
प्रराज्य में इस महीने के अंत में अजमेर और अलवर लोकसभा सीट के साथ ही मांडलगढ़ विधानसभा सीट का उपचुनाव होगा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का आरोप है कि वसुंधरा सरकार की छवि जनता में बिगड़ गई है इसलिए अब प्रदेश भाजपा को उपचुनावों में भी प्रधानमंत्री का सहारा लेना पड़ रहा है. देश में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट के उपचुनाव के कारण भी विपक्षी दलों ने इस मौके पर प्रधानमंत्री को बुलाने पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधा है.
विपक्ष इसे आचार संहिता का उल्लंघन भी बता रहा है. राज्य में इस महीने के अंत में अजमेर और अलवर लोकसभा सीट के साथ ही मांडलगढ़ विधानसभा सीट का उपचुनाव होगा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का आरोप है कि वसुंधरा सरकार की छवि जनता में बिगड़ गई है इसलिए अब प्रदेश भाजपा को उपचुनावों में भी प्रधानमंत्री का सहारा लेना पड़ रहा है.
बता दें कि 43 हजार करोड़ की लागत से बनी पचपदरा रिफाइनरी, एचपीसीएल और राजस्थान सरकार की संयुक्त परियोजना के तहत 4500 एकड़ जमीन में रिफाइनरी कम पेट्रो कैमिकल्स का निर्माण गया है. परियोजना में एचपीसीएल का हिस्सा 74 फीसदी होगा, वहीं राजसथान सरकार की हिस्सेदारी 26 फीसदी होगी. यह रिफाइनरी 9 लाख टन क्षमता की होगी. इसके साथ एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का निर्माण भी किया जाएगा .जहां रिफाइनरी के बाद पेट्रोलियम के उप उत्पादों का निर्माण होगा. रिफाइनरी का काम वर्ष 2022-23 तक पूरा होने की संभावना है. इसकी लागत 43 हजार करोड़ है.