संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है. बजट सत्र से पहले ट्रिपल तलाक बिल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह सभी पार्टियों से अपील करते हैं कि इस सत्र में ट्रिपल तलाक बिल को मिल-जुलकर पास करवाएं और मुस्लिम महिलाओं को नए साल का तोहफा दें. बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरूआत की गई. जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में इकोनॉमिक सर्वे (आर्थिक सर्वेक्षण) पेश किया.
नई दिल्लीः संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो चुका है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरुआत की गई. जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया. मगर इनके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हैं कि इस बजट सत्र में ट्रिपल तलाक बिल को मिल-जुलकर पास करवाएं और मुस्लिम महिलाओं को नए साल का तोहफा दें.
बजट सत्र पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र काफी महत्वपूर्ण है. पिछले साल कई एजेंसियों ने भारत की तरक्की पर मुहर लगाई. पूरा विश्व भारत की अर्थव्यवस्था के प्रति आशावान है. यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को और गति देने में मददगार साबित होगा. पीएम मोदी ने आगे कहा कि बजट पर उन्हें एक बेहतर चर्चा की उम्मीद है. बजट के बाद अलग-अलग कमेटी इस पर चर्चा करेंगी. विपक्ष बजट की कमियां बताएगा तो सरकार अपना तर्क देगी. पीएम ने बताया कि हाल में हुई सर्वदलीय बैठक में इस बात पर चर्चा की गई थी.
I request all political parties to make Triple Talaq Bill pass in this Budget session of the Parliament: PM Narendra Modi pic.twitter.com/FoU2apJRsv
— ANI (@ANI) January 29, 2018
गौरतलब है कि बजट सत्र से पहले दिया गया अभिभाषण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पहला अभिभाषण था. जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था पर विस्तारपूर्वक सरकार का पक्ष रखते हुए बताया गया कि इस साल विकास दर 6.75 फीसदी रहने की उम्मीद है. वहीं साल 2019 में जीडीपी की रफ्तार बढ़ने का अनुमान जताते हुए कहा गया कि वित्त वर्ष 2019 में जीडीपी 7 से 7.75 फीसदी तक पहुंच सकती है. इस दौरान आगामी वर्ष में अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर काफी चुनौतियां होने का भी जिक्र किया गया.
बताते चलें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगे. हाल में एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने ऐसे संकेत दिए थे कि इस साल का बजट लोकलुभावन नहीं होगा. सरकार अपनी योजनाओं और सुधारों की दिशा में ही आगे बढ़ेगी. पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार के इसी एजेंडे के दम पर आज भारत की अर्थव्यवस्था अपनी खोई हुई चमक वापस पा रही है.