बीएसएफ कॉन्सटेबिल संजीव कुमार की सैलेरी इसलिए काट ली गई थी क्योंकि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के आगे श्री नहीं लगाया था. बीएसएफ ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'पीएम ने इस मामले पर नाखुशी जाहिर की और जवान को सजा के तौर पर सैलरी काटने के फैसले को वापस लेने का आदेश दिया है. इस मामले में सजा देने वाले कमांडेंट को भी मामले पर न्यायपूर्ण रुख नहीं अपनाने के लिए चेतावनी दी गई है.'
नई दिल्ली. हाल ही में बीएसएफ के एक कॉन्सटेबल संजीव कुमार की सैलेरी इसलिए काट ली गई थी क्योंकि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के आगे श्री नहीं लगाया था. इस मामले पर पीएम मोदी ने खुद संज्ञान लिया है. इसको लेकर बीएसएफ ने अपने आधिकारिक ट्विटर से जानकारी दी कि पीएम मोदी ने जवान की सैलरी काटने की सजा को रद्द करने का आदेश दिया है. पीएम ने इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए जवान की काटी गई सैलेरी वापस लौटाने का आदेश दिया है.
बीएसएफ ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘पीएम ने इस मामले पर नाखुशी जाहिर की और जवान को सजा के तौर पर सैलरी काटने के फैसले को वापस लेने का आदेश दिया है. इस मामले में सजा देने वाले कमांडेंट को भी मामले पर न्यायपूर्ण रुख नहीं अपनाने के लिए चेतावनी दी गई है.’ दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के पहले सम्मानसूचक शब्द नहीं लगाने का दोषी पाए जाने पर बीएसएफ के जवान की सैलेरी काट ली गई थी. कमांडिंग ऑफिसर अनूप लाल भगत ने इस मामले पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए बीएसएफ ऐक्ट के सेक्शन 40 के तहत जवान को दोषी करार देते हुए उनकी 7 दिनों की सैलरी काट दी गई.
बता दें कि इससे पहले भी बीएसएफ में जवानों को ज्यादती की कई खबरें आई हैं. कुछ समय पहले जवान तेज बहादुर का मामला काफी चर्चा में था, जिसमें उन्होंने सिर्फ नमक और हल्दी वाली पानी जैसी दाल, अधजली रोटी और पराठे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर कहा था कि जवानों को ऐसा खाना दिया जाता है.
Honourable PM had expressed his displeasure and directed @BSF_India to immediately withdraw the punishment.
— BSF (@BSF_India) March 7, 2018
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