PM Narendra Modi on Surgical Strike: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए कहा कि जिस तरह उरी घटना में हमारी सेना के जवानों को मारा गया. उससे मेरा मन काफी आक्रोशित हो गया था. जब सेना के लोगों से मिला तो वे मुझसे ज्यादा क्रोध में थे. जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की रूप रेखा तैयार की गई और इस दौरान मैंने सेना को खुली छूट दी.
नई दिल्ली. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले समाचार एजेंसी एएनआई को बड़ा इंटरव्यू दिया है. इसी दौरान पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कहा कि उरी घटना के बाद जिस तरह हमारी सेना के जवान को मारा गया, उससे मेरे मन में एक आक्रोश था. उस दौरान मैंने सेना के लोगों से चर्चा की और महसूस किया कि उनके अंदर मुझसे भी ज्यादा आग लगी है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैंने सेना से कहा आप सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा डिजाइन कर मेरे पास लेकर आइए, जितना हो सके उतना किजिए. मैंने सेना को खुली छूट दी. दो बार हमें ऑपरेशन की डेट बदलनी पड़ी. जिसके बाद आखिरकार ऑपरेशन तय हुआ. यह बहुत बड़ा रिस्क था. लेकिन मैं राजनीतिक फायदे नुकसान के रिस्क के बारे में सोचता नहीं हू. सेना के जवान को रिस्क नहीं होना चाहिए क्योंकि वो हमारे शब्द पर अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि सेना के जवानों की स्पेशल ट्रेनिंग होनी चाहिए ऐसा महसूस हुआ. क्या क्या रूकावटें आ सकती है उसकी भी चिंता की गई. मेरे लिए भी सीखने का मौका था. जब हम बैठे तो हमने तय कि इस इस तारीख को किया जाएगा. कौन कहां रहेगा. तय हुआ कि सूर्योदय से पहले हमारे जवान वापस आ जाएंगे, चाहे सफलता मिले या नहीं सूर्योदय से पहले वापस आना है तय किया गया.
पीएम मोदी ने आगे कहा उस दौरान मैंने तय किया कि जवानों को मरने नहीं दूंगा. इसलिए इस ऑपरेशन के लिए छांटकर सैनिकों को चुना गया. लेकिन सुबह के समय जानकारी आनी बंद हो गई जिससे मेरा मन बेचैन हो गया. सुर्य उगने के करीब घंटे भर बाद एक खबर आई कि सैनिक हमारी सेना की कई टुकड़ियां सेफ जोन में आ गई हैं. जिसके बाद करीब दो घंटे तक सैनिकों के लौटने का क्रम चला. इसके बाद सिक्योरिटी मीटिंग हुई और पहले पाकिस्तान फिर मीडियो को इसकी सूचना दी गई. खुद मेरी नजर पूरे ऑपरेशन पर थी.