Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • अग्निपथ योजना : तीनों सेना प्रमुखों से मिले प्रधानमंत्री, जानिए क्या रहा ख़ास

अग्निपथ योजना : तीनों सेना प्रमुखों से मिले प्रधानमंत्री, जानिए क्या रहा ख़ास

नई दिल्ली, देश में अग्निपथ योजना पर मचे बवाल के बीच अब तीनों सेना प्रमुखों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मीटिंग ख़त्म हो चुकी है. जहां सेना प्रमुखों ने पीएम मोदी को इस योजना से जुड़ी जानकारी दी है. बता दें, केंद्र सरकार ने सेना में 4 सालों के लिए भर्ती वाली इस स्कीम की […]

Advertisement
  • June 21, 2022 8:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

नई दिल्ली, देश में अग्निपथ योजना पर मचे बवाल के बीच अब तीनों सेना प्रमुखों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मीटिंग ख़त्म हो चुकी है. जहां सेना प्रमुखों ने पीएम मोदी को इस योजना से जुड़ी जानकारी दी है. बता दें, केंद्र सरकार ने सेना में 4 सालों के लिए भर्ती वाली इस स्कीम की घोषणा 14 जून को की थी. जहां देश भर में इसे लेकर खूब बवाल भी हुआ.

पीएम के आवास पर मिले सेना प्रमुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने सबसे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार उनके आवास पहुंचे. नौसेना प्रमुख से मुलाकात खत्म कर पीएम मोदी ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी से मुलाकात की. सबसे आखिर में प्रधानमंत्री थलसेना प्रमुख जन मनोज पांडे से मिले. बता दें, इस मीटिंग का आधार वरिष्ठता रही जहां इस समय तीनों सेना प्रमुखों में एडमिरल आर हरि कुमार सबसे सीनियर हैं. इसी कड़ी में जनरल पांडे तीसरे नंबर पर हैं. बता दें, तीनों सेना प्रमुखों ने प्रधानमंत्री से करीब 30-30 मिनट तक अकेले मुलाकात की. पीएम मोदी की बैठक से पहले तीनों सेना प्रमुखों ने अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान अधिकारियों ने योजना को लेकर कहा था कि यह योजना नौकरी के लिए नहीं बल्कि जुनून और जज्बात के लिए हैं.

दो तरह से हो रहा प्रदर्शन

बता दें, इस समय देश के कई राज्यों में विपक्ष और युवाओं के बीच इस योजना को लेकर असंतुष्टि और नाराज़गी है. एनएसए अजीत डोभाल ने अग्निपथ को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर कहा है कि इसे लेकर दो तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं, एक तो वे हैं जिन्हें चिंता है, उन्होंने देश की सेवा भी की है। जब भी कोई बदलाव आता है तो कुछ चिंताएं उसके साथ आती हैं। हम इसे समझ सकते हैं। जैसे-जैसे उन्हें पूरी बात का पता चल रहा है वे समझ रहे हैं। डोभाल ने आगे कहा कि जो दूसरा वर्ग है उन्हें न राष्ट्र से कोई मतलब है, न राष्ट्र की सुरक्षा से मतलब है। वे समाज में टकराव पैदा करना चाहते हैं। वे ट्रेन जलाते हैं, पथराव करते हैं, प्रदर्शन करते हैं। वे लोगों को भटकाना चाहते हैं।

India Presidential Election: जानिए राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी ये 5 जरुरी बातें

Advertisement