PM Narendra Modi Mann ki Baat: रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 49वें एडिशन में पीएम नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल, सेना के जवानों और पैरालिम्पिक्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों पर बात की. पीएम ने कहा कि देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार पटेल ही थे.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया. उन्होंने कहा, 31 अक्टूबर को वल्लभ भाई पटेल की जयंती है और हर वर्ष की तरफ रन फॉर यूनिटी के लिए देश का युवा एकता के लिए दौड़ने को तैयार हो गया है. पीएम मोदी ने कहा, आजादी से लगभग साढ़े 6 महीने पहले, 27 जनवरी 1947 को प्रसिद्ध टाइम्स मैगजीन के कवर पेज पर सरदार पटेल का फोटो लगा था.
अपनी लीड स्टोरी में उन्होंने भारत का एक नक्शा दिया था और ये वैसा नक्शा नहीं था, जैसा हम आज देखते हैं. ये एक एेसे भारत का नक्शा था, जो कई भागों में बंटा हुआ था. तब 550 से ज्यादा देशी रियासतें थीं. मोदी ने कहा, भारत को लेकर अंग्रेजों की रुचि खत्म हो चुकी थी, लेकिन वो देश को छिन्न-भिन्न करके छोड़ना चाहते थे. टाइम्स मैगजीन ने लिखा था कि भारत पर विभाजन, हिंसा, खाने, महंगाई और सत्ता की राजनीति जैसे खतरे मंडरा रहे थे.
#MannKiBaat has begun..
Watch Live: https://t.co/oluIMk1Aul— PMO India (@PMOIndia) October 28, 2018
आगे टाइम्स मैगजीन ने लिखा कि देश को एकता के सूत्र में पिरोने और घावों को भरने की क्षमता यदि किसी में है तो वो हैं सरदार वल्लभ भाई पटेल. अपने भारत के दौरान पीएम ने भारतीय सेना को भी नमन किया. पीएम ने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर हम स्टेच्यू अॉफ यूनिटी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. यह अमेरिका की स्टेच्यू अॉफ लिबर्टी से दो गुना बड़ी है और दुनिया की सबसे ऊंची गगनचुंबी प्रतिमा है. उन्होंने कहा, कल ही हम देशवासियों ने इन्फेंट्री डे मनाया. मैं उन सभी को नमन करता हूं जो भारतीय सेना का हिस्सा हैं. हम यह दिन इसलिए मनाते हैं क्योंकि इसी दिन भारतीय सेना के जवान कश्मीर की धरती पर उतरे थे और घुसपैठियों से घाटी की रक्षा की थी.
एक किस्सा यह भी: मोदी ने कहा, पिछले दिनों मैं भारत के महान सैन्य अधिकारी सैम मानेकशॉ ने एक इंटरव्यू पढ़ रहा था. उस वक्त वह कर्नल थे. इस दौरान अक्टूबर 1947 में कश्मीर में सैन्य अभियान शुरू हुआ था.मानेकशॉ ने बताया कि किस तरह से बैठक में कश्मीर में सेना भेजने में हो रहे विलम्ब को लेकर पटेल नाराज हो गए थे. सरदार पटेल ने बैठक के दौरान अपने खास अंदाज में उनकी तरफ देखा और कहा कि कश्मीर में सैन्य अभियान में जरा भी देरी नहीं होनी चाहिए.