नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने गोवा में इंडिया एनर्जी वीक 2024 का उद्घाटन किया है. इस मौके पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि “दुनियाभर के विशेषज्ञों का मानना है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है”. बता दें कि किसी देश के विकास में ऊर्जा क्षेत्र का […]
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने गोवा में इंडिया एनर्जी वीक 2024 का उद्घाटन किया है. इस मौके पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि “दुनियाभर के विशेषज्ञों का मानना है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है”. बता दें कि किसी देश के विकास में ऊर्जा क्षेत्र का बहुत महत्व होता है. भारत वर्तमान में तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता वाला देश है. साथ ही ये तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और तीसरा सबसे बड़ा एलपीजी उपभोक्ता भी है. दरअसल हम दुनिया में तरल गैस के चौथे सबसे बड़े आयातक हैं, और हमारा रिफाइनिंग मार्केट 4थें नंबर पर है और हमारा ऑटोमोबाइल सेक्टर भी नंबर 4 पर है. बता दें कि फिलहाल जापान में मोटरसाइकिल और पैसेंजर कारों की रिकॉर्ड बिक्री काफी बढ़ रही है. हालांकि अनुमान है कि 2045 तक भारत की ऊर्जा मांग दोगुनी हो जाएगी.
बता दें कि पीएम मोदी ने इससे पहले गोवा में ओएनजीसी के सी सर्वाइवल सेंटर का उद्घाटन किया है. साथ ही ओएनजीसी-सी सर्वाइवल इको-सिस्टम सेंटर को ग्लोबल स्टैंडर्ड के साथ बनाया गया है. दरअसल यहां हर साल 10 से 15 हजार कर्मियों को समुद्र में काम करने के दौरान आने वाली चुनौतियों और परेशानियों से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी. हालांकि अपने दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी गोवा को कुल 1330 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात देने वाले है. पीएम गोवा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के नए स्थायी कैंपस को भी देश को समर्पित करने वाले है. पीएम विकसित भारत और विकसित गोवा 2047 कार्यक्रम को भी संबोधित करने वाले है.
इंडिया एनर्जी वीक 6 फरवरी से 9 फरवरी 2024 तक गोवा में कार्यंक्रम आयोजित किया जा रहा है. बता दें कि इंडिया एनर्जी वीक 2024 भारत का सबसे बड़ा एनर्जी एग्जीबिशन और सम्मेलन है. जिसमें पीएम मोदी वैश्विक तेल और गैस कंपनियों के सीईओ और विशेषज्ञों के साथ बैठक करने के लिए तैयार है. दरअसल इंडिया एनर्जी वीक में विभिन्न देशों के 17 ऊर्जा मंत्री और 35 हजार से अधिक दर्शक और 900 से ज्यादा प्रदर्शनी लगाई जाने वाली है. साथ ही एनर्जी वीक में कनाडा, जर्मनी, नीदरलैंड, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के पैवेलियन भी शामिल होंगे. जिसमें भारतीय एमएसएमई और ऊर्जा सेक्टर की प्रमुख कंपनियों के इनोवेटिव सॉल्यूशन को भी प्रदर्शित किया जाएगा.