नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार (22 जून) को अमेरिकी संसद पहुंचे और साथ ही दोनों सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए नजर आए. इतना ही नहीं इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कई बड़ी बातें भी कहीं. पीएम नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने अमेरिका दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने […]
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार (22 जून) को अमेरिकी संसद पहुंचे और साथ ही दोनों सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए नजर आए. इतना ही नहीं इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कई बड़ी बातें भी कहीं.
पीएम नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने अमेरिका दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने अमेरिकी संसद के दोनों सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने प्रधानमंत्री मोदी का शानदार स्वागत किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद में कहा कि जब मैं पीएम बनने के बाद पहली बार यहां आया था तो भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, आज भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. देश अब तेजी से आगे बढ़ रहा हैं. साथ ही कहा कि जब भारत तरक्की करता है तो पूरी दुनिया बढ़ती है.
अमेरिकी संसद में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये वॉर का समय नहीं है. ये डायलॉग और डिप्लोमेसी का वक्त है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि खून बहाने का नहीं बल्कि मानव रक्षा का समय है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास है. इतना ही नहीं हम बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास 2500 से ज्यादा राजनीतिक दल हैं. भारत के विभिन्न राज्यों में करीब 20 अलग-अलग पार्टियां शासन करती हैं.
वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध 21वीं सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं. दोनों ही देश आज जो फैसला लेंगे वे आने वाली पीढ़ियों का भविष्य निर्धारित करेंगे.
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