नई दिल्ली: हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान और इजरायल में सीधी जंग होने के हालात हैं. इस बीच शुक्रवार-4 अक्टूबर को लेबनान में एक गुप्त स्थान पर नसरल्लाह को दफना दिया गया. वहीं, ईरान में नसरल्लाह की याद में नमाज पढ़ी गई. इस दौरान राजधानी तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामेनेई के नेतृत्व में हजारों लोग मौजूद रहे.
कई मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि इजरायल जल्द ही ईरान को उसके मिसाइल हमलों का जवाब दे सकता है. मालूम हो कि पिछले दिनों ईरान ने करीब 200 मिसाइलें इजरायल पर दागी थीं. बता दें कि अगर ईरान और इजरायल में युद्ध शुरू होता है तो मध्य पूर्व का नक्शा फिर से बदल सकता है.
अगर इजरायल और ईरान में युद्ध होता है तो उस दौरान भारत के किसी भी पक्ष के साथ खड़े होने की संभावना नहीं है. बता दें कि इजरायल और ईरान दोनों ही देश भारत के करीबी हैं. इजरायल जहां भारत के लिए हथियार और नई टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बड़ा मददगार है. वहीं ईरान भारत का रणनीतिक साझेदार है. दोनों देशों में युद्ध शुरू होता है तो भारत की पहल इसे जल्द से जल्द खत्म करवाने की होगी.
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