गुलाम नबी आजाद: नई दिल्ली। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद से देश की सबसे पुरानी पार्टी में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के नेता आजाद पर अवसरवादी होने का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने गुलाम नबी के बहाने पीएम मोदी पर […]
नई दिल्ली। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद से देश की सबसे पुरानी पार्टी में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के नेता आजाद पर अवसरवादी होने का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने गुलाम नबी के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि राज्यसभा में विदाई भाषण के दौरान पीएम मोदी का आजाद के लिए रोना बस एक नौटंकी था।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में लाखों लोग कोविड से मर रहे थे तब मोदी जी ने किसी के लिए खेद तक व्यक्त नहीं किया लेकिन जिस दिन गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा में आखिरी दिन था, वह उनके लिए रोने लगे। उनका रोना एक नौटंकी था। गुलाम नबी के लिए रोने की कोई वजह नहीं थी।
अधीर रंजन ने आगे कहा कि उनके लिए कांग्रेस में किसी चीज़ की कमी नहीं थी। आज जब उनको लगा कि उनको कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा के लिए टिकट नहीं मिलेगी तो उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। लोगों को ऐसे अवसरवादी नेताओं के बारे में जानना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि हमने (गुलाम नबी) आजाद साहब का (इस्तीफे का) पत्र देखा। दुख की बात है कि उन्होंने ऐसे समय में कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया जब कांग्रेस देश भर में बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी, ध्रुवीकरण की लड़ाई लड़ने जा रही है। दुख की बात है कि वे इस लड़ाई में हिस्सा नहीं बन रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में मीडिया से बात करेत हए कहा कि आजाद के द्वारा जो भी टिप्पणियां की गई हैं वो उचित नहीं है। मैं खुद सदमे में हूं कि एक व्यक्ति जिसे 42 साल पार्टी ने सब कुछ दिया है। आज वो ऐसे संदेश दे रहा है। जो मेरे समझ के परे हैं।
बिहार में अपना CM चाहती है भाजपा, नीतीश कैसे करेंगे सियासी भूचाल का सामना