नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार आज झारखंड आएंगे. पीएम मोदी आज एक रोड शो के साथ दो रैलियों को संबोधित करने वाले हैं. बीजेपी के एक नेता ने बताया कि पीएम मोदी आज दोपहर 1 बजे बोकारो में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे और फिर दोपहर 3.15 बजे गुमला में एक और रैली को संबोधित करेंगे. फिर वह रांची में रोड शो करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर 12 बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वह एयरपोर्ट से सीधे बोकारो पहुंचेंगे. आपको बता दें कि 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी. बीजेपी के एक नेता ने बताया कि पीएम मोदी आज दोपहर 1 बजे बोकारो में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे और फिर दोपहर 3.15 बजे गुमला में एक और रैली को संबोधित करेंगे. रोड शो शाम करीब 5.15 बजे OTC ग्राउंड से शुरू होगा और न्यू मार्केट चौक पर खत्म होगा. पीएम मोदी बोकारो के चंदनकियारी में बीजेपी उम्मीदवार और झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी के लिए प्रचार करेंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी रविवार को सुबह 10:15 बजे मुंबई में बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करेंगे. आज बीजेपी का यह कार्यक्रम बांद्रा के सोफिटेल होटल में आयोजित होना है. हालांकि, इससे पहले ही कांग्रेस ने राज्य चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है, जिसमें पार्टी ने पांच बड़ी गारंटी का वादा किया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जहरीली हवा ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. सीपीसीबी के मुताबिक, धौला कुआं इलाके में AQI गिरकर 394 पर आ गया है, जिसे ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है.
उत्तर भारत में घना कोहरा छाने लगा है. हालांकि दिल्ली-एनसीआर में इस समय धुंध के कारण गर्मी का अहसास हो रहा है, वहीं अन्य राज्यों में सुबह-शाम एसी और पंखे बंद कर दिए गए हैं। हल्के गर्म कपड़े पहनने और चादर ओढ़ने की जरूरत है. इस बार देश में कड़ाके की ठंड की चेतावनी मिली है. IMD के ताजा अपडेट के मुताबिक पंजाब और हिमाचल में घना कोहरा छाया रहेगा. आने वाले दिनों में चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत अन्य राज्यों में स्मॉग दिखना शुरू हो जाएगा. वहीं, 15 नवंबर तक देश के 4 राज्यों में बारिश के कारण ठंड बढ़ेगी.
मई में, दक्षिण सूडान में भारी बारिश ने पूरे देश को तबाह कर दिया, जिससे हर जगह पानी भर गया. लाखों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा. बाढ़ से घरों, मवेशियों और फसलों को भारी नुकसान हुआ. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ के कारण करीब 3 लाख लोग विस्थापित हुए हैं और मलेरिया के मामले बढ़ने से स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है. दक्षिण सूडान अभी पिछली बाढ़ से पूरी तरह उबर भी नहीं पाया था कि दूसरी बाढ़ ने उसे और तबाह कर दिया. दक्षिण सूडान हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में जारी रिपोर्ट में कहा गया कि हर साल 7,50,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित होते हैं.
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