नई दिल्ली: पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से भारत वैश्विक मंच पर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है. अमेरिका के डेलावेयर में हो रहा क्वाड सम्मेलन भारत के लिए आज न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने का अवसर है बल्कि एक रणनीतिक कदम भी है जो भारत की सुरक्षा और आर्थिक विकास में योगदान देगा.
नई दिल्ली: पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से भारत वैश्विक मंच पर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है. अमेरिका के डेलावेयर में हो रहा क्वाड सम्मेलन भारत के लिए आज न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने का अवसर है बल्कि एक रणनीतिक कदम भी है जो भारत की सुरक्षा और आर्थिक विकास में योगदान देगा.
आपको बता दें कि क्वाड सम्मेलन चार देशों भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच का एक रणनीतिक गठबंधन है. इसका उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति के साथ-साथ सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देना है. यह समूह स्वतंत्र, मुक्त और समावेशी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के समर्थन में पूर्ण रूप से कार्य करता है, जो आर्थिक विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है.
भारत के लिए क्वाड सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण है. यह गठबंधन सबसे पहले भारत को एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है जो चीन की आक्रामकता के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संतुलन प्रदान करता है. इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए क्वाड सम्मेलन भारत को मजबूत करने का एक सशक्त मंच प्रदान करता है.
क्वाड सम्मेलन भारत के आर्थिक विकास में भी योगदान करता है. जलवायु परिवर्तन से लेकर नई उभरती तकनीकों तक भारत को ग्लोबल सप्लाई चेन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देती हैं. उदाहरण के लिए क्लीन एनर्जी सप्लाई चेन और 5जी नेटवर्क जैसे क्षेत्रों में क्वाड के उठाए हुए कदम भारत के तकनीकी और औद्योगिक विकास के लिए अत्यधिक योगदान साबित हो सकती हैं.
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