PM Modi Radar Controversy: चुनाव प्रचार के दौरान एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उन्होंने सलाह दी थी कि खराब मौसम और बादलों के कारण हम दुशमन के रडार से बच सकते हैं. मोदी के इस बयान का सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ा था. अब मजाक उड़ाने वाले ध्यान से पढ़ें वायूसेना के शीर्ष अधिकारी ने प्रधानमंत्री मोदी के दावे का समर्थन करते हुए कहा है कि बादलों से रडार को धोखा देना संभव है.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि बालाकोट एयर स्ट्राइक की रात आसमान में काफी बादल थे और मौसम खराब हो रहा था. ऐसे में उन्होंने सलाह दी थी कि बादलों की सहायता से हम दुशमन के रडार से बच सकते हैं. पीएम मोदी के इस बयान का सोशल मीडिया पर जमकर मजाक उड़ा था. लेकिन अब वायू सेना के एक शीर्ष अफसर ने मोदी के बयान का समर्थन किया है. वेस्टर्न कमांड के एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार ने कहा है कि बादलों की मदद से रडार को चकमा देना संभव है. उन्होंने पीएम मोदी के दिए गए बयान का समर्थन किया है.
गौरतलब है कि केरल में एक कार्यक्रम में आर्मी चीफ बिपिन रावत ने भी प्रधानमंत्री के बयान का बचाव किया था. आर्मी चीफ रावत ने कहा था,”अलग-अलग तकनीक के साथ कई रडार इस वक्त उपलब्ध हैं. कुछ में बादलों के पार देखने की क्षमता होती है कुछ में नहीं. कुछ रडार बादलों के आर-पार नहीं देख पाते, यह इससे भी तय होता है कि हमारा विमान किस तरह उड़ान भर रहा है. इसलिए कभी रडार सिग्नल कैच करने में कामयाब होता है और कभी नहीं.”
क्या कहा था प्रधानमंत्री ने
बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “उस रात मौसम अचानक खराब हो गया. काफी बादल थे और बारिश हो रही थी. एक चिंता थी कि क्या हम बादलों के बीच जा पाएंगे. एयर स्ट्राइक के रिव्यू के दौरान अधिकांश एक्सपर्ट्स की राय थी कि हम स्ट्राइक की डेट भी चेंज कर सकते हैं. मेरे दिमाग में भी दो तरह के विचार थे. पहला तो एक्सपर्ट्स की राय पर चिंता थी दूसरा मैंने कहा मैं कोई साइंस का जानकार नहीं हूं. मैंने कहा इतनी बारिश हो रही है आसमान में बादल हैं इसका फायदा हो सकता है. मेरा रॉ विजडम कहता है कि बादलों से हमें फायदा भी हो सकता है. हम दुशमन के रडार से बच सकते हैं. हमें हमला आज ही करना चाहिए.”
गौरतलब है कि 12 मिराज 2000 विमानों ने पाकिस्तान की सीमा पार कर बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी ट्रेनिंग कैंप पर 1000 किलो का बम गिराया था. पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप आत्मघाती हमले में 44 जवानों की शहादत के बाद भारतीय सेना ने यह कार्रवाई की थी. कारगिल युद्ध में शहीद हुए स्कवाड्रन लीडर अजय आहूजा की श्रद्धांजलि सभा में एयर मार्शल आर नांबियार ने भी हिस्सा लिया. वहीं उन्होंने मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री की बात का समर्थन किया. उन्होंने कहा,” यह कुछ हद तक सही है. अगर बहुत चुनौतीपूर्ण मौसम हो और घने बादल हों तो रडार को धोखा दिया जा सकता है.”