नई दिल्ली. भारत के एक एक दिन के दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में शिखर वार्ता हुई जिसमें कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका पूरी गर्मजोशी से उनका स्वागत ( PM Modi-Putin Meeting Live Updates ) […]
नई दिल्ली. भारत के एक एक दिन के दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में शिखर वार्ता हुई जिसमें कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका पूरी गर्मजोशी से उनका स्वागत ( PM Modi-Putin Meeting Live Updates ) किया इसके साथ ही दोनों ही नेताओं ने मीडिया की मौजूदगी में अपने बयान दिए.
We perceive India as a great power, a friendly nation, and a time-tested friend. The relations between our nations are growing and I am looking into the future: Russian President Vladimir Putin in meeting with PM Narendra Modi in Delhi pic.twitter.com/Dr95gvWBsD
— ANI (@ANI) December 6, 2021
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत हमारा रक्षा सहयोग और मजबूत हो रहा है, रक्षा और आर्थिक क्षेत्र में दोनों देश अहम सहयोगी हैं. दोनों देशों का कोरोना के खिलाफ भी सहयोग रहा है. आर्थिक क्षेत्र में भी हमारे रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए हम बड़े विजन पर काम कर रहे हैं. पीएम ने आगे कहा, हमने 2025 तक 30 बिलियन डॉलर ट्रेड और 50 बिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है. इसके बाद पुतिन ने कहा कि हम भारत को एक महान शक्ति, भरोसेमंद दोस्त के रूप में देखते हैं.
Currently, mutual investments stand at about 38 billion with a bit more investment coming from the Russian side. We cooperate greatly in military & technical sphere like no other country. We develop high technologies together as well as produce in India: Russian President pic.twitter.com/04PerL7U8T
— ANI (@ANI) December 6, 2021
भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा है कि वे भारत को एक महान शक्ति और एक भरोसेमंद दोस्त के रूप में देखते हैं. उन्होंने आगे कहा कि बीते साल कोरोना महामारी की चपेट में आने से भारत और रूस में आर्थिक रूप से गिरावट देखने को मिली थी. दोनों देशों के ट्रेड में 17% की गिरावट हुई थी, लेकिन इस साल क्र शुरूआती 9 महीनों में ही ट्रेड में 38% की बढ़ोतरी देखी गई है.