Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • PM Modi: पीएम मोदी का भूटान दौरा स्थगित, खराब मौसम के कारण लिया गया फैसला

PM Modi: पीएम मोदी का भूटान दौरा स्थगित, खराब मौसम के कारण लिया गया फैसला

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूटान दौरा फिलहाल टाल दिया गया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह फैसला खराब मौसम के कारण लिया गया है। इन परिस्थितियों में वहां विमानों की लैंडिंग नहीं कराई जा सकती थी। ऐसे में दोनों देशों ने बातचीत के जरिेए यात्रा को स्थगित करने का फैसला किया है। वहीं […]

Advertisement
PM Modi: पीएम मोदी का भूटान दौरा स्थगित, खराब मौसम के कारण लिया गया फैसला
  • March 20, 2024 10:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूटान दौरा फिलहाल टाल दिया गया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह फैसला खराब मौसम के कारण लिया गया है। इन परिस्थितियों में वहां विमानों की लैंडिंग नहीं कराई जा सकती थी। ऐसे में दोनों देशों ने बातचीत के जरिेए यात्रा को स्थगित करने का फैसला किया है। वहीं दोनों देश नई तारिखों पर विचार कर रहा है। बता दें कि पीएम मोदी 21-22 मार्च को भूटान दौरे पर जाने वाले थे।

ऐसा था पीएम मोदी का कार्यक्रम

यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भूटान के वर्तमान राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक से मुलाकात करने वाले थे। इस दौरान पीएम अपने भूटानी समकक्ष शेरिंग तोबगे से भी वार्ता कर सकते थे।

भूटानी पीएम ने दिया था न्योता

भूटान के प्रधानमंत्री दाशों शेरिंग तोबगे 14-18 मार्च तक भारत की आधिकारीक यात्रा पर थे। यह जनवरी 2024 में पदभार ग्रहण करने के बाद तोबगे की पहली विदेश यात्रा थी। यात्रा के दौरान भूटान के पीएम ने पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की थी। वही भूटान की ओर से प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने पीएम मोदी को भूटान आने का न्योता दिया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यह निमंत्रण स्वीकार किया था।

भूटान दौरा अहम क्यों

बता दें कि इस वक्त चीन और भूटान सीमा विवाद को सुलझाने में लगी है। जब चीन और भूटान अपने सीमा विवाद को खत्म करने में लगा है। इसका भारत पर भी प्रभाव पड़ सकता है। अक्टूबर 2021 में भूटान और चीन ने अपने सीमा विवाद को खत्म करने के लिए तीन-चरणीय रोडमैप पर एक समझौता किया था। कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि चीन 89 वर्ग किलोमीटर डोकलाम पठार पर उसके दावे को स्वीकार करने के लिए भूटान पर दबाव बना रहा था। बता दें कि भारत-भूटान-तिब्बत ट्राइजंक्शन पर स्थित डोकलाम भारत के लिए काफी रणनीतिक महत्व रखता है।

Advertisement