वाराणसी: Kashi Vishwanath Dham प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सबसे बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट काशी कॉरिडोर का लोकार्पण करने कल वाराणसी पहुंच रहे हैं। देश के प्रमुख शंकराचार्य, महामंडलेश्वर, श्रीमहंत समेत सनातन धर्म के प्रमुख और गणामान्य लोग इस एतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। पीएम मोदी जब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे तो उस समय 12 […]
वाराणसी: Kashi Vishwanath Dham प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सबसे बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट काशी कॉरिडोर का लोकार्पण करने कल वाराणसी पहुंच रहे हैं। देश के प्रमुख शंकराचार्य, महामंडलेश्वर, श्रीमहंत समेत सनातन धर्म के प्रमुख और गणामान्य लोग इस एतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। पीएम मोदी जब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे तो उस समय 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 सिद्धपीठों के पुजारी भी उपस्थित रहेंगे।
शुभ मुहूर्त का समय
काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए रेवती नक्षत्र में दोपहर में 20 मिनट का शुभ मुहूर्त है। आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने मुहूर्त की सूची तैयार की है। उनके अनुसार 13 दिसंबर को दिन में 1 बजकर 37 मिनट से 1 बजकर 57 मिनट तक श्री 1008 काशी विश्वनाथ धाम की प्रतिष्ठा महोत्सव समारोह का आयोजन करना शुभ होगा। सोमवार को आठवीं होरा चंद्र की होने से उसमें काम करना श्रेयष्कर होगा। आचार्य द्रविड़ ने इससे पहले आयोध्या में श्रीराम मंदिर के शिलान्यास के लिए भी शुभ मुहूर्त बताया था।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का शिलान्यास 8 मार्च 2019 को किया गया था। करीब 33 महीने बाद अब 13 दिसंबर को इसका उद्घाटन हो रहा है। इस कॉरिडोर के जरिए गंगा घाट से सीधे काशी विश्वनाथ के अलौकिक दर्शन हो सकेंगे। इसके अलावा कॉरिडोर में करीब 125 छोटे-बड़े मंदिरों की सीरीज, वैदिक केंद्र तथा आधुनिक सुविधाओं का भी समावेश किया गया है।
कार्यक्रम को एतिहासिक बनाने की पूरी तैयारी
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण कार्यक्रम को अभूतपूर्व बनाने के लिए पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में युद्ध स्तर पर तैयारियां की गई हैं। लेजर लाइट शो के साथ वाराणसी के सभी मंदिरों और सरकारी व प्राइवेट बिल्डिंग को सजा दिया जाएगा। लोकार्पण के मौके पर शहर से लेकर गांवों तक दीपक जलाकर लोग अपने घरों में भगवान शिव का आह्वान करेंगे। उद्घाटन के लाइव प्रसारण के लिए विभिन्न चैनलों के अलावा धार्मिक स्थलों, चौराहों पर टीवी स्क्रीन लगाई जाएंगी। ताकि कोई भी जन इस भव्य आयोजन से वंचित ना रहे। इस कार्यक्रम में ‘दिव्य काशी-भव्य काशी’ पर साहित्य भी दिया जाएगा।