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दिल्ली: पीएम मोदी ने किया ‘भारत ड्रोन महोत्सव 2022’ का उद्घाटन, कहा- पिछली सरकारों ने लोगों को दिखाया टेक्नोलॉजी का डर

भारत ड्रोन महोत्सव 2022: नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में आज भारत ड्रोन महोत्सव की शुरूआत हो गई। राजधानी के प्रगति मैदान में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सबसे बड़े ड्रोन महोत्सव का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने ड्रोन एग्जिबिशन देखा और लोगों से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने महोत्सव में […]

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दिल्ली: पीएम मोदी ने किया ‘भारत ड्रोन महोत्सव 2022’ का उद्घाटन, कहा- पिछली सरकारों ने लोगों को दिखाया टेक्नोलॉजी का डर
  • May 27, 2022 12:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

भारत ड्रोन महोत्सव 2022:

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में आज भारत ड्रोन महोत्सव की शुरूआत हो गई। राजधानी के प्रगति मैदान में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सबसे बड़े ड्रोन महोत्सव का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने ड्रोन एग्जिबिशन देखा और लोगों से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने महोत्सव में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। जिसमें उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के लोगों को पहले टेक्नोलॉजी का डर दिखाया गया, लेकिन आज हम इसे लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे है।

तेजी से बढ़ रहा है भारत

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत स्टार्टअप पावर के रूप में ड्रोन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ये उत्सव सिर्फ टेक्नोलॉजी का नहीं है, बल्कि नए भारत की नई गर्वनेंस का नए प्रयोगों के प्रति अभूतपूर्व पॉजिटिविटी का भी उत्सव है।

आधुनिक टेक्नोलॉजी पर किया भरोसा

पीएम मोदी ने आगे कहा कि 8 साल पहले यही वो समय था जब हमने देश में सुशासन के नए मंत्रों को लागू करने की शुरुआत की थी। हमारी सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्राथमिकता बनाया और सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर काम करते हुए सरकार से देश के हर नागरिक को कनेक्ट करने का रास्ता चुना। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने आधुनिक टेक्नोलॉजी पर भरोसा किया।

लोगों को दिखाया गया टेक्नोलॉजी का डर

ड्रोन महोत्सव की शुरूआत में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों के समय टेक्नॉलॉजी को हमेशा समस्या का हिस्सा समझा गया और उसको एंटी गरीब साबित करने की कोशिशें की गई। इसी वजह से साल 2014 से पहले देश में गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका सबसे अधिक नुकसान देश के गरीब लोगों को हुआ।

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