नई दिल्ली : एयरो इंडिया का 14वां एडिशन 13 फरवरी से शुरू हो गया. पीएम मोदी ने इसका उद्घाटन कर . शो का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एयरो इंडिया केवल एक शो नहीं है बल्कि ये भारत की स्ट्रेन्थ भी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा-एयरो इंडिया का ये […]
नई दिल्ली : एयरो इंडिया का 14वां एडिशन 13 फरवरी से शुरू हो गया. पीएम मोदी ने इसका उद्घाटन कर . शो का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एयरो इंडिया केवल एक शो नहीं है बल्कि ये भारत की स्ट्रेन्थ भी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा-एयरो इंडिया का ये आयोजन आज नए भारत की अप्रोच को भी दिखाता है. एक समय था जब इसे केवल शो या सेल टू इंडिया की विंडो भर माना जाता था. लेकिन बीते वर्षों में भारत ने इस नजरिये को बदला है. 5 दिन तक चलने वाले एयरो इंडिया बेंगलुरु के येलाहांका एयरफोर्स स्टेशन पर हो रहा है. ये पूरा क्षेत्र 35 हजार वर्ग मीटर में फैला है. इस शो में 98 देशों की 100 से ज्यादा डिफेंस कंपनियां भाग ले रहीं हैं. 700 से अधिक कंपनियां भारत की ही है. इस शो में 32 देशों के रक्षा मंत्री और 29 देशों के वायु सेना प्रमुख भी शामिल हो रहे है.
ये शो 13 फरवरी से 17 फरवरी तक चलेगा. 13 से 15 फरवरी तक कारोबारियों के लिए होगा , जबकि 16 और 17 फरवरी को इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
DRDO ( डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन) के खेमे में कई सारे हथियार हैं. इनमें सबसे खास UAV TAPAS-BH है. इसका पूरा नाम टैक्टिकल एरियल प्लेटफॉर्म फॉर एडवांस्ड सर्विलांस- बीयॉन्ड होरिजन है. एयरो इंडिया में पहली बार टैक्टिकल एरियल प्लेटफॉर्म फॉर एडवांस्ड सर्विलांस- बीयॉन्ड होरिजन उड़ान भरेगा. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक तीनों सेनाएं इसका इस्तेमाल कर सकेंगी.आपको बता दे कि इस ड्रोन की खासियत है ये 28 हजार फीट की ऊंचाई तक 18 घंटे से ज्यादा लंबे समय तक उड़ान भरने में सक्षम है. इतना ही नहीं टैक्टिकल एरियल प्लेटफॉर्म फॉर एडवांस्ड सर्विलांस- बीयॉन्ड होरिजन से एक बार में 350 किलोग्राम के पेलोड भेजे जा सकते है. इसके अलावा डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के पवेलियन में लड़ाकू विमान और यूएवी, मिसाइल सिस्टम, इंजन एंड प्रपल्शन सिस्टम, एयरबोर्न सर्विलांस सिस्टम, सेंसर इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर एंड कम्युनिकेशन सिस्टम जैसे 330 से ज्यादा प्रोडक्ट्स को प्रदर्शित किया जाएगा.
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद