वाराणसी/लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के दौरे पर हैं. आज पीएम के दौरे का दूसरा दिन हैं. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर का लोकार्पण किया है. बता दें कि 100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 7 मंजिला मंदिर को तैयार करने में 20 साल वक्त लग लगा है. पीएम […]
वाराणसी/लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के दौरे पर हैं. आज पीएम के दौरे का दूसरा दिन हैं. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर का लोकार्पण किया है. बता दें कि 100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 7 मंजिला मंदिर को तैयार करने में 20 साल वक्त लग लगा है. पीएम मोदी ने लोकार्पण के बाद मंदिर की दीवारों पर उकेरी अद्भुत नक्काशी भी देखी.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि गुलामी के कालखंड के दौरान जिन अत्याचारी लोगों ने भारत को कमजोर करने की कोशिश की थी, उन्होंने सबसे पहले हमारे प्रतीकों को ही निशाना बनाया था. आजादी के बाद हमारे इन सांस्कृतिक प्रतीकों का पुनर्निर्माण जरूरी था. इसके साथ ही पीएम ने कहा कि जब हम अपनी सांस्कृतिक पहचान को सम्मान देते हैं तो देश के अंदर एकजुटता और आत्मसम्मान का भाव मजबूत होता है. लेकिन, देश का दुर्भाग्य ये रहा है कि ऐसा हुआ नहीं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आजादी के बाद सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का विरोध किया गया था और फिर दशकों तक देश पर ये सोच हावी रही. लेकिन आजादी के 7 दशक के बाद आज समय का चक्र फिर से घुमा है. अब देश लालकिले से गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व की घोषणाएं कर रहा है. जो काम सोमनाथ से शुरू हुआ था अब वो एक अभियान बन गया है. आज काशी में बाबा विश्वनाथ धाम की भव्यता भारत के अविनाशी वैभव की गौरव गाथा गा रही है.