PM Modi in Assam: PM मोदी आज 18 हजार करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन, सेला सुरंग की भी देंगे सौगात

गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार शाम असम की राजधानी तेजपुर पहुंचे. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने काजीरंगा में रोड शो किया. असम में प्रधानमंत्री करीब 18 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. यहां वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। बता दें प्रधानमंत्री […]

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PM Modi in Assam: PM मोदी आज 18 हजार करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन, सेला सुरंग की भी देंगे सौगात

Tuba Khan

  • March 9, 2024 7:47 am Asia/KolkataIST, Updated 8 months ago

गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार शाम असम की राजधानी तेजपुर पहुंचे. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने काजीरंगा में रोड शो किया. असम में प्रधानमंत्री करीब 18 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. यहां वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। बता दें प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत निर्मित 5.5 लाख से अधिक घरों के लिए गृह प्रवेश समारोह भी करेंगे। आज दोपहर प्रधानमंत्री मोदी तवांग में 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला टनल का उद्घाटन करने के लिए अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना होंगे. यह सुरंग अरुणाचल के तवांग को असम के तेजपुर से जोड़ती है।

अरुणाचल में सेला सुरंग का करेंगे उद्घाटन

इसके अलावा वह पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत बने 5.5 लाख से अधिक घरों का उद्घाटन समारोह भी करेंगे। वह 9 मार्च यानी की आज दोपहर में अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना होंगे. तवांग में वह 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला सुरंग का उद्घाटन करेंगे।

लाचित बोरफुकन की प्रतिमा का PM करेंगे उद्घाटन

यह सुरंग अरुणाचल के तवांग को असम के तेजपुर से जोड़ती है। दोपहर 1:30 बजे प्रधानमंत्री जोरहाट के होलोंगा पाथर में प्रसिद्ध अहोम योद्धा लाचित बोरफुकन की 84 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह संरचना स्टैच्यू आफ वेलोर के रूप में जानी जाएगी। प्रधानमंत्री जब असम पहुंचे तो विभिन्न छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों ने नगांव जिले के कलियाबोर में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यूओएफए, अखिल असम छात्र संघ और 30 अन्य संगठनों ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। सीएए में ऐसे प्रावधान हैं जो 31 दिसंबर 2014 तक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भारत आए हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करते हैं।

हिमंता ने कहा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सीएए का विरोध करने वाले लोगों से आंदोलन करने के बजाय अपनी शिकायतों के निवारण के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख करने का अनुरोध किया है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बोला था कि सीएए लोकसभा चुनाव से पहले अधिसूचित और लागू किया जाएगा।

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