नई दिल्ली: आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्मदिन है. इस ख़ास मौके पर पीएम मोदी ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी है. उन्होंने पूर्व पीएम के स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया और […]
नई दिल्ली: आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्मदिन है. इस ख़ास मौके पर पीएम मोदी ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी है. उन्होंने पूर्व पीएम के स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया और लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। मैं उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।”
"Birthday wishes to former PM Dr Manmohan Singh Ji. I pray for his long life and good health," tweets Prime Minister Narendra Modi as he extends birthday wishes to former PM Dr Manmohan Singh pic.twitter.com/XdyrXLmvNJ
— ANI (@ANI) September 26, 2023
बता दें, आज पूर्व पीएम मनमोहन सिंह 91 वर्ष के हो गए हैं. मनमोहन सिंह का जन्म आज़ादी से पहले साल 1932 में 26 सितंबर को हुआ था. उन्होंने दस सालों तक प्रधानमंत्री पद संभाला। पीएम पद पर साल 2004 से 2014 तक उनका कार्यकाल देश की अर्थव्यवस्था के लिए काफी ख़ास माना जाता है. अर्थशास्त्री डॉ सिंह को तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के कार्यकाल में वित्त मंत्री की जिम्मेदारी भी दी गई थी. देश में कई आर्थिक सुधारों में उनका महत्वपूर्व योगदान रहा है.
उनके द्वारा किए गए कामों की चर्चा की जाए तो उन्होंने ऐसे कई फैसले लिए जिससे हिंदुस्तान की तकदीर बदल गई. उन्होंने बतौर वित्त मंत्री भी पूर्व पीएम नरसिम्हा राव की सरकार में 1991 का ऐतिहासिक बजट पेश किया. गौरतलब है कि इसी बजट ने देश की आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी. आज उन्हीं की दी हुई नीतियों का नतीजा है कि देश दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है.
आर्थिक उदारीकरण की नीतियों ने देश में गरीब आबादी को सबसे ज़्यादा लाभ पहुंचाया. इस ऐतिहासिक फैसला की जड़ मनमोहन सिंह की नीतियों से होकर ही गुजरती है जिसे आज तक याद किया जाता है. 1991 के ऐतिहासिक बजट को पेश करने के 30 साल बाद आज देश के 30 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ चुके हैं. प्राइवेट सेक्टर का विस्तार होने से नई नौकरियों का सृजन हुआ जिसका फायदा देश के कई वर्गों को मिला. भारत कई मामलों में इंपोर्ट निर्भर था जो आज दुनिया का सबसे बड़ा सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर बन चुका है. आईटी सेक्टर ने भी भारत की बड़ी आबादी को अमीर बनाया है.