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Electoral Bonds पर पीएम मोदी ने तोड़ी चुप्पी, बोले- इसका विरोध करने वाले पछताएंगे

नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड योजना के खारिज होने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के लिए झटका नहीं मानते हैं। तमिलनाडु के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने पहली बार चुनावी बॉन्ड योजना को लेकर अपनी बात रखी है। पत्रकार के ये पूछने पर कि क्या इस योजना के अदालत से […]

(PM Modi)
  • April 1, 2024 7:18 am Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड योजना के खारिज होने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के लिए झटका नहीं मानते हैं। तमिलनाडु के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने पहली बार चुनावी बॉन्ड योजना को लेकर अपनी बात रखी है। पत्रकार के ये पूछने पर कि क्या इस योजना के अदालत से खारिज होने को सरकार के लिए झटका माना जाए, इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-2014 से पहले चुनावों के दौरान राजनीतिक पार्टियों को मिले पैसे का कोई हिसाब नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि मुझे बताइए ऐसा क्या हुआ है जिससे ये माना जाए कि यह मेरी सरकार के लिए झटका है। पीएम ने कहा कि मैं पक्का मानता हूं कि जो लोग इसको लेकर आज नाच रहे हैं वो पछताने वाले हैं।

क्या बोले पीएम?

पीएम मोदी ने कहा कि मैं पूछना चाहता उन सभी विद्वानों से कि 2014 से पहले जितने भी इलेक्शन हुए, उनमें पैसा तो खर्च हुआ ही होगा, तो कौन सी ऐसी एजेंसी है जो बता पाए कि पैसा कहां से आया और कहां गया? उन्होंने कहा कि मोदी ने चुनावी बॉन्ड बनाया, इसकी वजह से आज आप ढूंढ पा रहे हो कि बॉन्ड किसने लिया और किसे दिया। उन्होंने कहा कि इसके कारण पैसे का ट्रेल पता चल रहा है। कोई व्यवस्था पूरी नहीं होती, कमियां हो सकती हैं लेकिन उनको सुधारा जा सकता है।

क्या है इलेक्टोरल बॉन्ड?

बता दें कि चुनावी बॉन्ड एक तरह का वचन पत्र है। इसकी खरीदारी भारतीय स्टेट बैंक की चुनिंदा शाखाओं पर कोई भी भारतीय नागरिक या कंपनी कर सकती है। ये बॉन्ड नागरिक या कॉरपोरेट कंपनियों की तरफ से अपनी पसंद के किसी भी राजनीतिक पार्टी को दान करने जरिया है।